छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज जमकर हंगामा हुआ. विपक्षी दल के विधायक सदन के गर्भगृह में ही धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी करने लगे. विधायकों ने निलंबन के बाद विधानसभा परिसर में गांधी प्रतिमा के नीचे धरना प्रदर्शन किया. इसके बाद विपक्ष ने दिन भर सदन की कार्यवाही से बहिष्कार कर दिया. दरअसल, कबीरधाम जिले के पंडरिया विधानसभा क्षेत्र में 13 जनवरी 2024 की रात को एक ही परिवार के तीन बैगा आदिवासियों हिरमती, उनके पति बुधराम और बेटे जोनहु बैगा की मौत हो गई थी. शुरुआती जांच में पुलिस ने इसे अगजनी का मामला मानते हुए मर्ग क़ायम कर जांच शुरू कर दी. घटना के बाद से ही कांग्रेस ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाए और एक जांच दल बनाया. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 30 कांग्रेसी विधायकों ने सदन में स्थगन का प्रस्ताव लाया.
विधानसभा सदन में हुआ जोरदार हंगामा
इस बीच 22 फरवरी को कबीरधाम पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया. साथ ही एक नाबालिक को भी अभिरक्षा में लिया. विपक्ष का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में शुरू से लीपा-पोती करते रहे हैं. इस मामले में सदन में स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा होना चाहिए, सदस्यों की बात और विधानसभा अध्यक्ष ने स्थगन की अनुमति नहीं दी. इसके बाद विपक्ष के लोगों ने सदन में ही धरना दिया और फिर निलंबन के बाद विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे धरना प्रदर्शन किया.
❝छत्तीसगढ़ में बैगा आदिवासियों की मौत को आत्महत्या बताने के आरोप में भले ही विपक्ष ने सदन में हंगामा किया हो, लेकिन सत्ता पक्ष BJP इसे महज़ राजनीति का हिस्सा ही मान रही है.❞ - अजय चंद्राकर, BJP विधायक
दो बैगा परिवारों के आपसी विवाद के बाद घटना हुई, पुलिस अपनी जांच कर रही है. भूपेश बघेल हिमाचल के दौरे से लौटे हैं. अब अपनी मौजूदगी दर्ज करने के लिए स्थगन प्रस्ताव ला रहे हैं. इसमें सिर्फ राजनीति की जा रही है.
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