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This Article is From Dec 10, 2023

Pratappur Assembly Seat: भाजपा की शकुंतला सिंह पोर्ते ने जमाया कब्ज़ा, इन वजहों से कांग्रेस ने गंवाई सीट

प्रतापपुर विधानसभा में इस बार दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों ने नए नवेले चेहरों पर दांव लगाया था. जहां इस बार भाजपा की शकुंतला सिंह पोर्ते और कांग्रेस की राजकुमारी मराबी के बीच यहां सीधा मुकाबला था.

Pratappur Assembly Seat: भाजपा की शकुंतला सिंह पोर्ते ने जमाया कब्ज़ा, इन वजहों से कांग्रेस ने गंवाई सीट

Pratappur Assembly Sea Result: अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित सूरजपुर की प्रतापपुर विधानसभा सीट, जिसे परिसीमन के बाद साल 1985 में प्रतापपुर नाम दिया गया. प्रतापपुर के लिए माना जाता है कि विधानसभा चुनाव में शायद ही कभी ऐसा हुआ हो कि किसी पार्टी ने दूसरी बार या यूं कहें कि लगातार जीत दर्ज की हो. कांग्रेस के प्रेमसाय सिंह ने मात्र एक बार यह कारनामा किया था. इस विधानसभा का आधा हिस्सा सूरजपुर और आधा हिस्सा बलरामपुर में आता है. जहां इसकी सीमा उत्तर प्रदेश से लगती है. 

ऐसा रहा प्रतापपुर विधानसभा का रिजल्ट

3 दिसंबर को हुई मतगणना के बाद प्रतापपुर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की शकुंतला सिंह पोर्ते ने इंडियन नेशनल कांग्रेस की राजकुमारी मराबी को तकरीबन 11708 वोटों से मात दी. इस चुनाव में शकुंतला सिंह पोर्ते को कुल 83796 वोट मिले. वहीं, राजकुमारी मराबी को 72088 वोट प्राप्त हुए थे. 

नए चेहरों पर दांव

दरअसल, प्रतापपुर विधानसभा में इस बार दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियों ने नए नवेले चेहरों पर दांव लगाया था. जहां इस बार भाजपा की शकुंतला सिंह पोर्ते और कांग्रेस की राजकुमारी मराबी के बीच यहां सीधा मुकाबला था. जहां सकुंतला पोर्ते एडवोकेट ओर तेजतर्रार छवि वाली महिला हैं. वहीं, कांग्रेस से जिला पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी बेहद सीधी, सरल  और घरेलू प्रवृत्ति की महिला हैं.

ये रहे हार जीत के समीकरण

प्रतापपुर से कांग्रेस सिटिंग विधायक प्रेमसाय सिंह 1980 से लेकर अब तक पांच बार यहां से विधायक चुने गए हैं. इस बार सिटिंग विधायक का टिकट कटने की अटकलों के बीच दर्जनों दावेदार प्रतापपुर से दावेदारी कर रहे थे. लेकिन, कांग्रेस ने जिला पंचायत की अध्यक्ष को टिकट देकर सबको चौका दिया, जिससे नाराज़ हुए अन्य दावेदारों को मना पाने में पार्टी नाकाम रही. वहीं, चुनाव का संचालन कर रहे कांग्रेस प्रत्याशी के पति शिव भजन सिंह मराबी में अति आत्मविश्वास के कारण लोगों को इग्नोर करना भी भारी पड़ गया. वहीं, पंचायतों में हुए भ्रष्टाचार को लेकर भी ग्रामीणों में आक्रोश था. राजस्व विभाग से संबंधित मामलों को लेकर भी नाराजगी देखी गई. वहीं, भाजपा की ओर से किए गए आक्रामक प्रचार और महतारी वंदना योजना के भराए गए फॉर्म का हार जीत में खासा असर देखने को मिला.

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विधानसभा 2018 के दौरान ऐसा था नतीजा

हालांकि, वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में प्रतापपुर विधानसभा से कांग्रेस के डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जीत दर्ज की थी. जहां भाजपा के रामसेवक पैकरा को दूसरे नंबर पर संतोष करना पड़ा था. वहीं, कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को जहां चुनाव में 90148 वोट प्राप्त हुए थे. वहीं, भाजपा के पैकरा को 46043 मत मिले थे. 

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