प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार, 20 फरवरी को आईआईटी भिलाई (IIT Bhilai New Campus) के कुटेलाभाठा (Kutelabhata) में बनाए गए स्थायी परिसर का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ जम्मू (Jammu) के मौलाना आजाद स्टेडियम (Maulana Azad Stadium) में एक सार्वजनिक समारोह के बीच बटन दबाकर देश को समर्पित किया. वहीं इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnu Deo Sai), केंद्रीय मंत्री शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय धर्मेंद्र प्रधान, सांसद विजय बघेल (Vijay Baghel) आईआईटी कैंपस में मौजूद रहे.
आईआईटी कैंपस के नालंदा व्याख्यान कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में आईआईटी के अधिशासी मंडल के अध्यक्ष के. वेंकटरमण और निदेशक आईआईटी प्रोफेसर राजीव प्रकाश की भी मौजूदगी रही. साथ ही पूरा स्टाफ और यहां अध्ययनरत विद्यार्थी भी पीएम का अभिभाषण सुनने और वर्चुअल शुभारंभ का साक्षी बनने के लिए उपस्थित रहे.
अस्थायी कैंपस से हुई थी शुरुआत
बता दें कि आईआईटी भिलाई की घोषणा के बाद अगस्त 2016 में इसकी शुरुआत अस्थाई रूप से रायपुर के जीईसी कॉलेज में शुरू हुई थी. इसके बाद स्थायी कैंपस के लिए कुटेलाभाठा की इस जमीन का चयन किया गया. आईआईटी के भवन निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 जून, 2018 को आधारशिला रखी थी.
ये हैं आईआईटी भिलाई की खासियत
आईआईटी परिसर करीब 400 एकड़ में बना हुआ है. आधारशिला रखे जाने के बाद निर्माण कार्य 8 जुलाई, 2020 को शुरू हुआ था. वहीं इस आईआईटी के भवन निर्माण के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से 1,090 करोड़ 18 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे. बिल्डिंग में लेक्चर हॉल, सेमिनार रूम, क्लास रूम आदि बनाए गए हैं. खास बात ये है कि आईआईटी में निर्मित भवनों के नाम छत्तीसगढ़ के प्रमुख नदियों और पर्वतों के नाम पर रखे गए हैं.
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