Chhattisgarh Election 2023: कोरिया जिले के बैकुंठपुर (Baikunthpur) विधानसभा की बात जब हो तो इन महिला अधिकारियों के बिना अधूरा है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, छत्तीसगढ़ भी महिला अधिकारी रीना बाबा कंगाले (Reena Baba Kangale) हैं तो शिखा राजपूत (Shikha Rajput) ने सरगुजा सम्भाग की कमान संभाली हुई है.
बैकुंठपुर (Baikunthpur) उप जिला निर्वाचन अधिकारी के तौर पर नंदिनी साहू (Nandini Sahu) जो लगातार निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में जुटी रहीं. वे देर रात तक नोटशीट, फाइल को अपडेट करती रहीं...तो मतदान कार्य में लगे कर्मियों के प्रशिक्षण और मुख्य निर्वाचन कार्यालय में जानकारी देने में भी अहम भूमिका निभाई.
रिटर्निंग अधिकारी के तौर पर अंकिता सोम (Ankita Som) थीं, जो लगातार बैठक औऱ निर्वाचन सम्बंधी कार्यों में व्यस्त थीं. प्रत्याशियों के नामांकन जमा करवाने, जांच करने में अहम जिम्मेदारी मिली थीं. उन्होंने आयोग के आदेश-निर्देश और हर नस्ती, प्रपत्र को सूक्ष्म जांच उपरांत हस्ताक्षर कर अपनी जवाबदेही को बेहतर ढंग से निभाया.
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जब हम सुरक्षा की बात करते हैं तो हमारी पुर्वाग्रह सामने आती है और पुरूष प्रधान समाज के कारण महिलाओं पर सुरक्षा की जिम्मेदारी की बात करना हज़म नहीं होता, लेकिन बैकुंठपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोनिका ठाकुर और एसडीओपी कविता ठाकुर ने निर्वाचन जैसे अति आवश्यक कार्यों में साबित किया कि वे सक्षम हैं.
दोनों अधिकारी लगातार सुरक्षा व्यवस्था को लेकर थाना व पुलिस जवानों से अपडेट लेती रहीं और निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश पर अपने मातहत को काम करने के लिए प्रोत्साहित भी करती रहीं. आचार संहिता लगते ही 24*7 की तर्ज पर कानून व्यवस्था को लेकर फिक्रमंद रहीं. सुरक्षा, शांति और सहयोग के लिए दिन रात जुटी रहीं. भयमुक्त व निष्पक्ष चुनाव के लिए लगातार दौड़ लगाने में पीछे नहीं रही.
इसी तरह डिप्टी कलेक्टर व बैकुंठपुर के तहसीलदार के पद पर कार्यरत चांदनी कंवर इस निर्वाचन में ठंडे दिमाग से काम करते हुए सौपे गए जवाबदेही को बहुत ही गम्भीरता के साथ निर्वाचन कार्य में दिन रात जुटी रहीं.
निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारियों व मतदान दलों के लिए सुचारू वाहन, डीज़ल, पेट्रोल आदि व्यवस्था की जिम्मेदारी नायब तहसीलदार मोनल साय के जिम्मे थीं. उन्होंने अपनी एक वर्षीय बिटिया एकांशी और निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य को बेहद संजीदगी के साथ दोनों जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में सफल रहीं.
सहायक रिटर्निंग अधिकारी अमृता सिंह ने तो बाकायदा घर में समय सारणी बनाकर काम किया. एक तरफ पारिवारिक जिम्मेदारी तो दूसरी ओर निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य. आत्मविश्वास से लबरेज अमृता सिंह चुनावी कार्य में बेहद गम्भीरता से अपने कार्य को अंजाम देने में सफल रहीं.
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इन अधिकारियों ने बताया कि हम लोगों के ऊपर जिला कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, एस.पी. त्रिलोक बंसल और मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने जो भरोसा किया और निर्वाचन आयोग ने विश्वास किया यह हम सबके लिए गौरव की बात है.