
Kabirdham Community policing : छत्तीसगढ़ के कबीरधाम (कवर्धा) जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के ड्रॉप आउट (Dropped out) बच्चे युवा एक बार फिर पढ़ाई से जुड़ गए हैं. कबीरधाम पुलिस ने जिले के विभिन्न इलाकों का सर्वे कर ऐसे 300 बच्चों को चिन्हांकित किया, इन सभी का 309030 रुपए परीक्षा फॉर्म के लिए जमा करवाया . गुरुवार को एसपी ऑफिस में ये सारे युवा पहुंचे थे. जिन्हें SP डॉ अभिषेक पल्ल्व (Abhishek Pallava)ने पढ़ाई से फिर से जुड़ने की बधाई देते हुए खूब मन लगाकर पढ़ाई करने की सलाह दी. युवा दिवस के मौके पर पुलिस ने इन युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद एकेडमी भी खोली है. दरअसल ये सभी ऐसे युवा हैं, जिन्होंने किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ दी थी. अब ये सभी 10वीं -12 वीं कक्षा की परीक्षा दिला पाएंगे.

खुद पहुंच ड्रॉप आउट बच्चों को कर रहे जागरूक
कबीरधाम के SPडॉ. अभिषेक पल्लव सुदूर वनांचल क्षेत्र में पहुंचकर पढ़ाई छोड़ चुके, शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा देने के लिए जागरुक कर रहे हैं. इसके साथ ही बच्चों को कोंचिग के जरिए से निःशुल्क पढ़ाई भी कराई जा रही है. इसके साथ ही बच्चों को पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध करा रहे है.इनमें कई महिलाएं ऐसी हैं जिनकी शादी होने के बाद पढ़ाई छोड़ना पड़ा था और वे पढ़ना चाह रही हैं. स्कूल या कोचिंग सेंटर तक पहुंचने में असमर्थ विद्यार्थियों के लिए कबीरधाम पुलिस द्वारा वनांचल के शिक्षित युवाओं के माध्यम से ही नक्सल प्रभावित गांवों के विद्यार्थियों को कोचिंग के माध्यम से शिक्षा दिलाई जाएगी. इनमें अधिकांश विद्यार्थी वनांचल इलाके के गरीब परिवारों से हैं.
विवेकानंद एकेडमी बनाई, संवारेंगे भविष्य
एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने NDTV से हुई बातचीत में बताया कि पढ़ाई छोड़ चुके और बेरोजगार बच्चों को नक्सली में शामिल करने की फिराक में रहते हैं. ऐसे में हमने तय किया कि ऐसे बच्चों को ड्रॉप आउट बच्चों को चिन्हांकित कर उन्हें फिर से पढ़ाई से जोड़ें. सबसे ज्यादा उन इलाकों में फोकस किया जो नक्सल प्रभावित, वनांचल क्षेत्र हैं. 300 से ज्यादा ड्राप आउट बच्चों को फिर से शिक्षा से जोड़ा गया है. इनके लिए एक एकेडमी बनाई गई है, जिसका नाम स्वामी विवेकाकंद एकेडमी रखा गया है. यहां इन बच्चों की न केवल कोचिंग कराई जाएगी बल्कि और भी गतिविधियों से भी जोड़ा जाएगा. SP ने बताया कि स्वामी विवेकानंद एकेडमी में राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान, स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों, विचारों के साथ-साथ अभ्यर्थियों को पूर्णता शारीरिक प्रशिक्षण एवं लिखित परीक्षा की निःशुल्क तैयारी के लिए प्रशिक्षण देकर फोर्स विभाग में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
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5 सालों में 350 से ज्यादा विद्यार्थी हुए थे सफल
कबीरधाम पुलिस ने अति नक्सल प्रभावित गांवों के शिक्षा से वंचित युवाओं को जोड़कर मिशाल पेश की है. सामुदायिक पुलिसिंग और जन विश्वास योजना को मूर्त रूप देते हुए क्षेत्र के कई बच्चों पाचवीं, दसवीं पास करने के बाद पांच-छह साल तक पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों के लिए कोचिंग की व्यवस्था कबीरधाम पुलिस ने की. ऐसे बच्चों के लिए किताब, पेन आदि उपलब्ध कराकर ओपन परीक्षा में बैठाया जा रहा है. साल 2018 से 2023 तक 350 से अधिक विद्यार्थी दसवीं और बारहवीं की परीक्षा पास करने में सफल हुए हैं. इस तरह सामुदायिक पुलिसिंग से शिक्षा का उजियारा फैल रहा है.