Chhattisgarh News in Hindi : अंबिकापुर के राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आज शाम उस समय हड़कंप मच गया जब मरीजों के परिजनों ने महिला डिलीवरी रूम में एक पुरुष गार्ड को देखा, जिसके बाद परिजन हंगामा करने लगे. मरीज के परिजनों ने इसका वीडियो भी बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया. मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुरुष गार्ड डिलीवरी रूम में ताक-झांक कर रहा था. मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन के सिविल सर्जन को सफाई देनी पड़ी.
दरअसल, मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रात तकरीबन 9 बजे के आसपास मरीज के परिजनों ने देखा कि महिला डिलीवरी रूम में एक पुरुष गार्ड तैनात है जो अंदर झांक रहा है. जैसे ही इसकी जानकारी अन्य महिलाओं को हुई, उन्होंने इसका विरोध करना शुरू कर दिया.
लोगों ने वीडियो बना कर किया वायरल
इसी दौरान वहां मौजूद कुछ लोगों ने इसका वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया. वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि महिला डिलीवरी रूम में एक पुरुष गार्ड टहल रहा है और मोबाइल चला रहा है. जब मरीज के परिजनों ने हो-हल्ला किया, तो पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में डिलीवरी रूम में ड्यूटी कर रही नर्सों ने गार्ड को बाहर निकाल दिया.
" 10 मिनट के लिए उसे खड़ा किया"
मामला बढ़ता देख अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. जेके रेलवानी ने इस मामले में सफाई देते हुए मीडिया को बताया कि महिला और शिशु वार्ड में महिला गार्ड ही ड्यूटी करती हैं. जिस समय यह मामला सामने आया, उस दौरान भी वहां एक महिला गार्ड ड्यूटी पर थी. लेकिन अचानक उसे कुछ काम से अस्पताल में ही जाना पड़ा, जिससे उसने सिर्फ 10 मिनट के लिए पुरुष गार्ड को खड़ा कर दिया था.
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क्या बोला हॉस्पिटल स्टाफ ?
डॉ. रेलवानी ने यह भी कहा कि मरीज के परिजनों की तरफ से लगाए गए आरोप पूरी तरह गलत हैं. उन्होंने साफ़ किया कि महिला डिलीवरी रूम में पुरुष वार्ड बॉय की ड्यूटी केवल आवश्यकतानुसार लगाई जाती है और वे अपनी मर्यादा में रहकर ही काम करते हैं.
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