Anti Naxal Operation : बस्तर (Bastar) में चले आ रही हिंसा-प्रतिहिंसा के बीच सिर्फ पुलिस और नक्सलियों को ही नुकसान नहीं उठाना पड़ रहा है. बल्कि आम नागरिक भी इस के शिकार होते दिख रहे हैं. सरकार की तरफ से चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन (Anti Naxal Operation) में कईयों बार सुरक्षा बल के जवानों पर फर्जी एनकाउंटर के आरोप लगाए गए हैं. जिसमें निर्दोष गांव वासियों की हत्या के आरोप भी शामिल हैं. इसके साथ ही नक्सलियों की तरफ से आम लोगों की निर्मम हत्या कर उन पर पुलिस मुखबिर होने का आरोप लगाया जाता रहा है. साथ ही जवानों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से लगाए गए प्रेशर IED की चपेट में आकर आम निर्दोष लोग भी आए दिन मारे जा रहे हैं.
जानिए क्या कहता है आंकड़ा ?
पिछले 5 महीने में नक्सलियों के लगाए गए प्रेशर IED की चपेट में आकर अब तक 8 निर्दोष गांव वासी जख्मी हो चुके हैं जिनमें से चार की दर्दनाक मौत हो चुकी है. ऐसा ही एक मामला बीजापुर जिले के उसूर क्षेत्र के नाडपल्ली गांव से आज तड़के सुबह निकलकर सामने आया है. पुलिस की तरफ से जारी किए गए बयान के मुताबिक, नाडपल्ली गांव की रहने वाली एक बुजुर्ग महिला (55) वनोपज को इकट्ठा करने के लिए अपने खेत गई हुई थी. इस दौरान नक्सलियों के लगाए गए प्रेशर IED की चपेट में आकर वह बुरी तरह जख्मी हो गई.
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महिला ने हादसे में गंवाया एक पैर
इस घटना में बुजुर्ग महिला का पैर शरीर से पूरी तरह अलग हो चुका है. वहीं, उनके शरीर के अन्य हिस्सों पर प्रेशर IED के स्प्लिंटर्स लग गए हैं जिसकी वजह से वृद्ध महिला बुरी तरह जख्मी हो गई है. गांव के लोगों ने आपाधापी में उन्हें घायल हालत में ट्रैक्टर में लादकर उसूर के हॉस्पिटल में एडमिट कराया. यहां से महिला को शुरुआती इलाज के बाद बीजापुर भेजा गया. जहां से इलाज के बाद उन्हें एंबुलेंस की मदद से बेहतर इलाज के लिए जगदलपुर रेफर किया गया है.
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