
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद के लिए विष्णु देव साय का चयन हो चुका है. उन्होंने राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन के सामने सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है. 10 दिसंबर को ही विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद विष्णु देव साय राजभवन पहुंच कर सरकार बनाने का दावा पेश किया. हालांकि, अभी शपथ ग्रहण समारोह की तारीख नहीं बताई गई है. आपको बता दें, बताया जा रहा है कि, विष्णु देव साय का नाम पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आगे बढ़ाया था. जिस पर विधायक दल ने सर्वसम्मति से इसे स्वीकार किया और विष्णु देव साय को विधायक दल का नेता चुना गया. अब खबर सामने आ रही है कि रमन सिंह छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए स्पीकर बन सकते हैं.
कहा जा रहा है कि रमन सिंह इस बार छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका में नजर आएंगे. आपको बता दें, रमन सिंह छत्तीसगढ़ में साल 2003 से 2018 तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं. वह राज्य में सबसे ज्यादा वक्त तक सीएम पद पर रहने का रिकॉर्ड बनाया है. हालांकि, पार्टी ने इस बार विष्णु देव साय पर भरोसा जताया है. लेकिन विष्णु देव साय को रमन सिंह का करीबी माना जाता है.
रमन सिंह ने क्या कहा
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह का कहना है, ''यह एक बड़ी उपलब्धि है कि एक योग्य उम्मीदवार को सीएम की जिम्मेदारी दी गई है. विष्णुदेव साय नए अवसर के साथ निश्चित रूप से सफल होंगे. पार्टी में सभी की जिम्मेदारी तय है.''
यह भी पढ़ेंः सीएम पद की शपथ से पहले विष्णु देव साय का प्लान तैयार, जानें छत्तीसगढ़ को तोहफा देने के लिए कौन सा करेंगे पहला काम
छत्तीसगढ़ में दो डिप्टी सीएम के नाम पर भी लग सकती है मुहर
आदिवासी चेहरे को मुख्यमंत्री घोषित करने के बाद बीजेपी प्रदेश में सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश की है. इस वजह से यहां दो डिप्टी सीएम बनाए जा सकते हैं. इसमें अरुण साव और विजय शर्मा का नाम सामने आ रहा है. अरुण साव सीएम पद की रेस में भी शामिल थे. आपको बता दें, रमन सिहं राजपूत समूदाय से आते हैं. जबकि अरुण साव ओबीसी इसके साथ ही विजय शर्मा ब्राह्मण समुदाय से आते हैं. ऐसे में बीजेपी अरुण साव और विजय शर्मा को डिप्टी सीएम चुन कर ओबीसी और सवर्ण समाज को भी नाराज नहीं करना चाहते हैं.
यह भी पढ़ेंः विष्णु देव साय को ही बीजेपी ने क्यों चुना सीएम, अजीत जोगी के बाद प्रदेश के दूसरे आदिवासी मुख्यमंत्री