
NDTV CSDS Chhattisgarh Election Opinion Polls: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Assembly Election) की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों में से 20 विधानसभा के लिए 7 नवंबर को पहले चरण में वोटिंग होगी. इसके साथ ही रविवार की शाम 5 बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा.
ऐसे में ये सवाल पैदा होता है कि आखिर इस बार नक्स प्रभावित इस राज्य की जनता का क्या है मूड है और प्रदेश की जनता किस मुद्दे पर वोट करने जा रही है. इन्हीं सवालों के जवाब जानने के लिए सीएसडीएस लोकनीति और एनडीटीवी की टीम ने राज्य में चुनाव पूर्व सर्वे किया. इस सर्वे में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई है.

बेरोजगारी और महंगाई है बड़े मुद्दे
राज्य सरकार की ओर से देश में सबसे कम बेरोजगारी छत्तीसगढ़ में होने के दावों बीच राज्य में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा बनकर सामने आया है. सीएसडीएस लोकनीति और एनडीटीवी के सर्वे में 28 प्रतिशत लोगों ने बेरोजगारी के मुद्दे पर वोट डालने की बात कही. वहीं, विकराल होती जा रही महंगाई, बेरोजगारी के मुकाबले उतना बड़ा मुद्दा तो नहीं है, लेकिन यह 14 प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर है.
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गरीबी भी है बड़ा मुद्दा
राज्य के चुनाव में गरीबी भी एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आया है. राज्य के 12 प्रतिशत लोगों ने गरीबी के मुद्दे पर वोट डालने की बात कही है. वहीं, पीने के पानी की समस्या भी राज्य में 8 प्रतिशत लोगों के लिए एक बड़ा मुद्दा है. यानी प्रदेश की 8 जनसंख्या पीने के पानी की उपलब्धता के आधार पर वोट डालने जा रही है.
किसान और विकास नहीं बन पाया बड़ा मुद्दा
घान का कटोरा कहे जाने वाले इस प्रदेश में किसानों की समस्या इस चुनाव में मुद्दा बनता नजर नहीं आ रही है. मात्र 6 प्रतिशत जनता ने ही किसानी संकट को एक बड़ा मुद्दा मानते हुए इसके आधार पर वोटिंग करने की बात कही है. वहीं, विकास का मुद्दा भी इस चुनाव में पीछे छूटता हुआ नजर आ रहा है. सीएसडीएस लोकनीति और एनडीटीवी के सर्वे में मात्र 6 प्रतिशत लोगों ने ही विकास को एक बड़ा मुद्दा मानते हुए विकास के आधार पर वोटिंग की बात कही.
वहीं, 26 प्रतिशत जनता ने अलग-अलग स्थानीय मुद्दे पर वोटिंग की बात कही है. अब देखना ये होगा कि चुनाव में ये मुद्दे कितने प्रभावी साबित होते हैं.
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