CG Politics: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly Election 2023) में कांग्रेस को मिली करारी शिकस्त के बाद गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है. अपनी ही पार्टी के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का दौर और उठा पठक चल रही है. अब इसकी शिकायत राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से होगी. इसके लिए छत्तीसगढ़ से आज पूर्व विधायकों का एक दल अलग-अलग फ्लाइट से दिल्ली रवाना होगा. ये पूर्व विधायक दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) से मिलकर सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel), उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा की मनमानी की शिकायत करेंगे.
सरकार रहते भी चल रही थी गुटबाजी
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार रहते भी जमकर गुटबाजी चल रही थी. लेकिन उस वक़्त यह खुलकर सामने नहीं आई थी. कई क्षेत्रों में कार्यकर्ता, नेता आपस में बंट गए थे. इसका बड़ा खामियाजा चुनाव में कांग्रेस को भुगतना पड़ गया और हार का मुंह देखना पड़ा. अब मिली करारी हार के बाद जिम्मेदार अपने ही नेताओं को बताया जा रहा है.
22 विधायकों की काटी थी टिकट
इस बार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने 22 विधायकों की टिकट काटकर नए चेहरों पर दांव खेला था. इनमें निष्कासित पूर्व एमएलए बृहस्पति सिंह, विनय जायसवाल, शिशुपाल सोरी समेत अन्य हैं. जिन नए चेहरों को चुनावी मैदान में उतारा गया था, उनमें अधिकांश की हार हुई है. टिकट मिलने के बाद भी कई जगह गुटबाजी की स्थिति बन गई थी. पूर्व विधायक अब दिल्ली के नेताओं से मिलकर छत्तीसगढ़ में हार की सबसे बड़ी वजह बताएंगे.
35 सीटों पर सिमटी कांग्रेस
छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में भारतीय जनता पार्टी (BJP)ने 54 सीटों पर जीत हासिल करते हुए विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सरकार बना ली है. वहीं 2018 के चुनाव में 68 सीटें जीतने वाली कांग्रेस 35 सीटों पर सिमट गई है. कांग्रेस पार्टी की हार के बाद बृहस्पत सिंह, डॉ विनय जायसवाल और जयसिंह अग्रवाल ने अलग-अलग समय पर पार्टी के पदाधिकारियों पर कई आरोप लगाए थे. इनमें से बृहस्पत, विनय को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है, जबकि पूर्व मंत्री जयसिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
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