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Congress leaders Fight in Chhattisgarh after defeat in Municipal Election: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में निकाय चुनाव (Municipal Election) में मिली करारी हार से कांग्रेस (Congress) उबर नहीं पा रही है. हालात ये है अब नेता आपस में ही एक दूसरे को हार के लिए जिम्मेदार ठहराने लगे हैं. कहीं किसी को पार्टी से निकाला जा रहा है, तो कहीं किसी को अनुशासनहीनता के नाम पर नोटिस थमाया जा रहा है.
इसी कड़ी में बिलासपुर में कांग्रेस पार्टी के भीतर अनुशासनहीनता को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है. कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव पर पार्टी के भीतरघात और संगठन विरोधी बयानबाजी के गंभीर आरोप लगे हैं. इस मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दीपक बैज को शिकायत सौंपी गई है, जिसमें विधायक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की गई है.
"चपरासी कलेक्टर को निकाल रहे हैं"
यह मामला तब गर्माया, जब पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के सोमवार को बिलासपुर आगमन के दौरान विधायक अटल श्रीवास्तव ने सार्वजनिक रूप से जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की. उन्होंने कथित तौर पर कहा कि तुमने मेरे सीने में छुरा घोंपा है. यही नहीं, उन्होंने संगठन के खिलाफ मीडिया में बयान देते हुए कहा कि "चपरासी कलेक्टर को निकाल रहे हैं."
विधायक पर ये हैं आरोप
दरअसल, बिलासपुर नगर निगम चुनाव 2025 के दौरान पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ भीतरघात करने की शिकायतें पहले ही कांग्रेस नेतृत्व के पास पहुंच चुकी थीं. बताया जा रहा है कि विधायक श्रीवास्तव अपने समर्थकों को टिकट दिलाना चाहते थे, लेकिन संगठन ने तय मानकों के आधार पर अन्य उर्जावान और समर्पित कार्यकर्ताओं को टिकट दिया. इस फैसले से नाखुश होकर उन्होंने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ काम किया, जिसके चलते कांग्रेस को नुकसान हुआ.
कांग्रेस ने 30 नेताओं को दिखाया बाहर का रास्ता
चुनाव में भितरघात की शिकायतों की जांच के बाद बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण एवं शहर) ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए जिले के लगभग 30 दोषियों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया. इस कार्रवाई से नाखुश विधायक अटल श्रीवास्तव ने इसे व्यक्तिगत और द्वेषपूर्ण बताते हुए मीडिया में खुलेआम बयानबाजी की, जिससे संगठन में नाराजगी बढ़ गई है.
संगठन की अवमानना से पार्टी नाराज
विधायक अटल श्रीवास्तव के बयान को लेकर कांग्रेस संगठन में जबरदस्त रोष है. उन्होंने पार्टी के जिला अध्यक्ष (ग्रामीण) को "चपरासी" और निष्कासित नेताओं को "कलेक्टर" बता कर सार्वजनिक रूप से संगठन की अवमानना की है. इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी देखी जा रही है.
पार्टी से तेज हुई कार्रवाई की मांग
इस पूरे मामले पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष ग्रामीण विजय केसरवानी ने प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व से मांग की है कि विधायक अटल श्रीवास्तव की अनुशासनहीनता और संगठन विरोधी बयानबाजी को गंभीरता से लिया जाए और उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए. अब इस पूरे मामले पर प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है.
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कांग्रेस के पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा को कारण बताओं नोटिस
कांग्रेस पार्टी ने आला नेताओं के खिलाफ बयान को लेकर पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा को कारण बताओ नोटिस जारी किया. नगरीय निकाय चुनाव में बुरी तरह हर के बाद कुलदीप ने पार्टी के आला नेताओं पर साधा निशाना था. लिहाजा, पार्टी फोरम में बात न रखकर मीडिया में बयानबाजी करने पर नोटिस जारी किया गया. यह नोटिस छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मलकीत सिंह गेंदु की ओर से जारी किया गया है. दरअसल, कुलदीप जुनेजा ने नगरीय निकाय चुनाव हार के लिए पार्टी के आला नेताओं को जिम्मेदार बताया था.
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अब सवाल यह उठता है कि क्या कांग्रेस पार्टी अपने विधायक अटल श्रीवास्तव पर क्या कार्रवाई करेगी? क्या पार्टी उनके खिलाफ कड़ा कदम उठाएगी, या फिर इस मामले को संगठन के भीतर ही सुलझाने की कोशिश होगी? आने वाले दिनों में इस पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
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