Chhattisgarh Elections 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों (Chhattisgarh Assembly Elections) में अब गिनती के दिन बाकी रह गए हैं. मरवाही विधानसभा (Marwahi Assembly) में विधायक के.के. ध्रुव (K.K. Dhruv) के खिलाफ बगावत का किस्सा काफी पुराना हो गया है. इसी बीच खबर सामने आई है कि डॉक्टर के. के. ध्रुव से नाराज लगभग दो दर्जन आदिवासी कांग्रेसी नेताओं ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इस घटनाक्रम के बाद मरवाही की राजनीति में एक बार फिर उलट- फेर के आसार दिखाई दे रहे हैं.
डॉक्टर ध्रुव को प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज़ हुए दावेदार
दरअसल, मरवाही विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक डॉक्टर के.के. ध्रुव (Doctor K.K. Dhruv) को दोबारा मरवाही से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया गया है. इस फैसले के बाद मरवाही में कांग्रेस की टिकट के इच्छुक रहे कांग्रेसी आदिवासी नेता (Congress Leaders) बुरी तरह से नाराज़ दिखाई पड़ रहे हैं. तमाम दावेदारों ने लामबंद होते हुए कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर के.के. ध्रुव के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है. बीते कई दिनों से विधायक के.के. ध्रुव के खिलाफ पार्टी के ही दावेदारों ने मोर्चा खोला हुआ था. इसी कड़ी में आज कांग्रेसी आदिवासी नेताओं के इस्तीफे की खबर है.
करीब दो दर्जन से ज़्यादा नेताओं ने दिया इस्तीफ़ा
कांग्रेस से टिकट चाहने नेताओं और उनके समर्थकों ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी पद से एवं पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपनी इस्तीफा जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री पुष्पराज सिंह को सौंपा है. साथ ही बागी नेताओं ने निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान किया है. विधायक ध्रुव के विरोध में कांग्रेस से इस्तीफ़ा देने वालों में कई नेता शामिल है. इनमें से कुछ के नाम हैं:
यह भी पढ़ें : IND vs NZ Match: कोहली की पारी की मदद से भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराया, अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंचा
विधायक ध्रुव के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने की बगावत
इस बगावत में लगभग 200 आदिवासी कांग्रेसी नेता एवं कार्यकर्ता शामिल है. इस मामले में जिला महामंत्री ने बताया कि सभी नेताओं की स्थिति को पार्टी हाई कमान को भेज दिया गया है. इसमें आगे की रिपोर्ट आने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा. मालूम हो कि सभी नेता पहले भी अपने तल्ख तेवर से कांग्रेस संगठन को भी अवगत करा चुके हैं. पिछले दिनों एक निजी कार्यक्रम में इन्हीं आदिवासी कांग्रेसी नेताओं ने डॉक्टर के. के. ध्रुव के खिलाफ खूब बयानबाजी की थी. इसके चलते चार कांग्रेसी नेताओं को 'कारण बताओं नोटिस' भी दिया गया था.
यह भी पढ़ें : पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी का निधन, लंबी बीमारी के बाद 77 साल की उम्र में ली आखिरी सांस