Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले (Naxalite Area Sukma) में पहले चरण के मतदान (Chhattisgarh Assembly First Phase Election) को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है. शांतिपूर्ण चुनाव (Peaceful Election) संपन्न कराने के लिए सोमवार को पुलिस जवानों की कड़ी सुरक्षा में सड़क मार्ग से 212 मतदान दलों को उनके निर्धारित केंद्रों के लिए रवाना किया गया. सुकमा पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान के लिए कोंटा विधानसभा (Konta Assembly Seat) में 24 हजार से ज्यादा जवानों की तैनाती की गई है. इसके अलावा 100 से ज्यादा ड्रोन से इलाके की सर्चिंग की जाएगी. पुरुष सुरक्षाकर्मियों के साथ 120 महिला कमांडो को भी तैनात किया गया है, जो महिला मतदान केंद्रों की सुरक्षा में रहेंगी.
42 मतदान दलों को हेलीकॉप्टर से भेजा गया
इससे पहले शनिवार और रविवार को 42 दलों को सेना के हेलीकॉप्टर से भेजा गया था. माओवादियों के चुनावी बहिष्कार के फरमान के बाद पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किए हैं. हिंसा मुक्त मतदान सुनिश्चित करने के लिए मतदान कर्मचारियों को लाने और ले जाने के लिए 24 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. इसके अलावा ड्रोन और हेलीकॉप्टरों से भी नजर रखी जाएगी.
मतदान दलों को बांटी गई सामग्री
शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज सुकमा में सोमवार को केंद्र बनाकर मतदान दलों को मतदान सामग्री दी गई. कोंटा विधानसभा के साथ चित्रकोट और जगदलपुर विधानसभा के लिए भी मतदान दल सुकमा से ही भेजे गए. वाहनों से सफर करने के बाद भी कई इलाकों में मतदान दलों को पैदल सफर करना पड़ा. जवानों की सुरक्षा में पोलिंग पार्टी मीलों सफर कर अपने केंद्रों तक पहुंचे. सात नवंबर को मतदान प्रातः 07 बजे से दोपहर तीन बजे तक होगा.
जिले में बनाए गए 40 संगवारी और 5 आदर्श मतदान केंद्र
जिले की एकमात्र कोंटा विधानसभा सीट के लिए कुल 233 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिनमें 166839 मतदाता हैं, जिसमें 88336 महिला और 78502 पुरुष मतदाता हैं. जिले में 40 संगवारी मतदान केंद्र और 5 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए हैं. संगवारी मतदान केंद्रों में महिला अधिकारी और कर्मचारियों के हाथों मतदान कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके साथ ही ड्यूटी में तैनात सुरक्षाबल भी महिलाएं ही रहेंगी. इन मतदान केंद्रों में 120 महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. बस्तर फाइटर्स और दुर्गा फाइटर्स की महिला कमांडो सुरक्षा की कमान संभालेंगी.
महिला सुरक्षाकर्मियों दिखा उत्साह
पहली बार चुनाव ड्यूटी कर रही महिला कमांडो में चुनाव को लेकर उत्साह नजर आया. महिला कमांडो में कई युवतियां नक्सल पीड़ित भी हैं. उन्होंने बताया कि लोकतंत्र के महापर्व का हिस्सा बनना अपने आप में गर्व की बात है. नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार को लेकर उनके मन में कोई भय नहीं है. इलाके में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए वे हर वक्त तैयार हैं.
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