Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ में मंगलवार को पहले चरण के तहत 20 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा. इससे पहले नक्सल प्रभावित इन क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी (Sundarraj P.) के मुताबिक बस्तर संभाग में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
केंद्रीय अर्धसैनिक बल के अलावा जिला रिजर्व गार्ड, विशेष कार्य बल, बस्तर फाइटर्स और कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट एक्शन - सीआरपीएफ की एक विशिष्ट इकाई) जैसे विशेष बलों को मतदान केंद्र और सड़कों की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है.
तीन-स्तरीय सुरक्षा घेरे में होंगे 600 से ज्यादा मतदान केंद्र
उन्होंने बताया कि तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा जैसे सीमावर्ती राज्यों के विशेष बल भी अंतरराज्यीय सीमा पर मोर्चा संभालेंगे, ताकि राज्य में बाहर से माओवादियों को घुसने से रोका जा सके. नक्सल प्रभावित संवेदनशीलता इलाकों में 600 से ज्यादा मतदान केंद्र तीन-स्तरीय सुरक्षा घेरे में होंगे. चुनाव आयोग के मानदंडों के अनुसार अन्य मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल और स्थानीय पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था भी की जाएगी.
156 से ज्यादा बूथों के कर्मियों को मिली हेलीकॉप्टर सेवा
इसके साथ ही सुरक्षा वजहों से दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, अंतागढ़ और कोंटा विधानसभा क्षेत्रों के कुल 149 मतदान केंद्रों को नजदीकी पुलिस स्टेशन और सुरक्षा शिविरों में शिफ्ट कर दिया गया है.
पुलिस की ओर से बताया गया है कि 2018 के विधानसभा चुनावों में 196 मतदान केंद्रों को स्थानांतरित किया गया था, जबकि 2019 के लोकसभा चुनावों में 330 बूथों को स्थानांतरित किया गया था. 2018 के विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार 126 से ज्यादा स्थानों पर नए मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. इनमें से सिलगेर, मिनपा, गलगाम और चांदामेटा जैसे 40 मतदान केंद्रों को सुरक्षा स्थिति सामान्य होने के बाद उनके मूल गांवों में फिर से स्थापित किया गया था.
बस्तर है सबसे संवेदनशील
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ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए नक्सली गतिविधियों पर नजर
किसी तरह की नक्सली वारदात को रोकने के लिए पुलिस ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए नक्सली गतिविधियों पर नजर रख रही है. इसके साथ ही इलाके में बम निरोधक टीम और डॉग स्क्वायड को तैनात किया जाएगा, ताकि कोई बड़ी घटना होने से पहले ही उसे नाकाम किया जा सके.
दरअसल, 90 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा. पहले चरण में जिन 20 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा, उनमें नकिस प्रभावित बस्तर संभाग की बारह विधानसभा सीटें भी शामिल हैं. इन 12 सीटों में से अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा सीटों पर सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा. वहीं, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे के बीच मतदान होगा.
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