Chhattisgarh SIR: छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य जिले बीजापुर में SIR (Special Intensive Revision) प्रक्रिया चल रही है है. बीजापुर से कांग्रेस विधायक विक्रम मांडवी ने SIR प्रक्रिया में जिले में 38,000 वोटरों के नाम काटे जाने की संभावनाओं पर सवाल उठाया है. कांग्रेस विधायक ने वोटरों के नाम काटे जाने के आकंड़े पर प्रश्नचिन्ह लगाया है.
ये भी पढ़ें-Save Baby Anika: दुर्लभ बीमारी से जूझ रही 'बेबी अनिका', इलाज के लिए पीड़ित परिवार को जुटाने हैं 9 करोड़ रुपए
सीधे घर पहुंचकर मतदाता तक पहुंचकर BLO पात्रता की पुष्टि करते हैं
गौरतलब है विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत बूथ स्तर अधिकारी (BLO) सीधे घर पहुंचकर मतदाता की वास्तविकता, पते, पहचान, निवासऔर पात्रता की पुष्टि करते हैं. यह प्रक्रिया सामान्य संक्षिप्त पुनरीक्षण से कहीं अधिक व्यापक और सघन होती है. इसमें यह सुनिश्चित किया जाता है कि कोई भी पात्र नागरिक सूची से बाहर न रहे और कोई अपात्र व्यक्ति शामिल न हो.
'नाम काटे जाने से संतुष्ट नहीं हैं, फिर से एक बार पुनर्विचार होना चाहिए'
बीजापुर जिले 38 हजार वोटर्स की नाम काटे पर प्रतिक्रिया करते हुए कांग्रेस विधायक ने कहा कि यह पता लगाना चाहिए कि जिन 38 हजार लोगों का नाम कट रहा है वह कौन है और कहां पर हैं. उन्होंने कहा कि, वो क्षेत्र विधायक हैं और नाम काटे जाने से संतुष्ट नहीं हैं, फिर से एक बार पुनर्विचार होना चाहिए.
आने वाले चुनावों में बीजापुर की पूरी चुनावी तस्वीर बदल सकती है
बीजापुर जिले में चल रही एसआईआर की प्रक्रिया में आंकड़े चौंकाने वाले हैं कि यदि इनमें से अधिकांश नामों पर अंतिम मुहर लग गई, तो आने वाले चुनावों में बीजापुर की पूरी चुनावी तस्वीर बदल सकती है. जिले में सत्यापित 1 लाख 91 हजार 652 मतदाताओं में से 38 हजार 627 मतदाता ऐसे पाए गए हैं, जिनके नाम मतदाता सूची से कटने की प्रबल आशंका है.
ये भी पढ़ें-Viral Road Stunt: सरपट दौड़ रही स्कूटर पर अचानक खड़ा हो गया युवक, वायरल हो रहा वीडियो!