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Baloda Bazar के कलेक्ट्रेट में आगजनी, 100 से अधिक गाड़ियां भी फूंकी... जानें छत्तीसगढ़ में क्यों भड़की हिंसा?

Balodabazar Violence: बलौदाबाजार में 10 जून को सतनामी समुदाय के विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की और इसके बाद कलेक्ट्रेट की इमारत में आग लगा दी. इस आगजनी में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए. 

Baloda Bazar के कलेक्ट्रेट में आगजनी, 100 से अधिक गाड़ियां भी फूंकी... जानें छत्तीसगढ़ में क्यों भड़की हिंसा?
बलौदाबाजार (छत्तीसगढ़):

Balodabazar Violence: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बलौदाबाजार (Balodabazar) सतनामी समुदाय (Satnami Samaj) के प्रदर्शन के दौरान सोमवार, 10 जून को बवाल हो गया. लोगों ने कलेक्ट्रेट (Collectorate) में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की. इसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया. पथराव और गाड़ियों में तोड़फोड़ के बीच कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की. इससे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए. आगजनी के बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई, जिसमें पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी घायल हुए हैं. वहीं घटना के बाद शहर में धारा 144 लागू कर दिया गया है. 

बलौदाबाजार में प्रदर्शन के दौरान हिंसा

पुलिस अधिकारियों ने बताया, 'भीड़ द्वारा पथराव किए जाने के कारण अधिकारियों समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. घटना के बाद जिला प्रशासन ने बलौदाबाजार शहर में धारा 144 लागू कर दी है.'

इधर, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से इस मामले की जानकारी ली है. वहीं सीएम ने इस पर रिपोर्ट भी मांगी है.

‘जैतखंभ' में की गई थी तोड़फोड़ 

दरअसल, बीते 15 और 16 मई की रात कुछ अज्ञात लोगों ने बलौदाबाजार के गिरौदपुरी धाम (Giroudpuri Dham) में पवित्र अमर गुफा (Amar Cave) में स्थित सतनामी समाज द्वारा पूजे जाने वाले ‘जैतखंभ' में तोड़फोड़ की थी. बता दें कि 'जैतखंभ' को सतनामी समाज एक पवित्र प्रतीक के रूप में पूजता है. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था.

CBI जांच कराने को लेकर विरोध प्रर्दशन

हालांकि सतनामी समुदाय इस मामले की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग कर रहा है और इसी सिलसिले में सतनामी समाज ने सोमवार को यहां दशहरा मैदान में विरोध-प्रदर्शन और जिलाधिकारी कार्यालय के घेराव का आह्वान किया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग यहां एकत्र हुए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जिलाधिकारी कार्यालय की ओर बढ़ने से रोकने के लिए कई स्थानों पर अवरोधक लगा दिए.

बलौदाबाजार के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने बताया, 'सतनामी समुदाय ने प्रदर्शन का आह्वान किया था और प्रशासन को लिखित में दिया था कि यह शांतिपूर्ण होगा, लेकिन विरोध हिंसक हो गया.'

कार, मोटरसाइकिल समेत पुलिस अधीक्षक कार्यालय की इमारत में लगा दी आग

उन्होंने बताया कि लगभग पांच हजार की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने अवरोधक तोड़ दिए और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया, जिसमें अधिकारियों सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.

अधिकारी ने बताया, 'वे जिलाधिकारी परिसर में घुस गए और तोड़फोड़ करने लगे. उन्होंने कई कार, मोटरसाइकिल और पुलिस अधीक्षक कार्यालय की इमारत में आग लगा दी और जिलाधिकारी कार्यालय पर पथराव किया, जिससे खिड़कियों के शीशे टूट गए.' उन्होंने बताया कि आग बुझा दी गई और स्थिति पर काबू पा लिया गया है.

वीडियो और फुटेज के आधार पर हो रही कार्रवाई

सदानंद कुमार ने कहा, ‘हमारे पास विरोध और हिंसा के वीडियो फुटेज हैं. इसके आधार पर प्रदर्शन में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हिंसा में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है.'

प्रदर्शन स्थल के वीडियो में लगभग 50 दोपहिया वाहन, दो दर्जन से अधिक कार और जिलाधिकारी कार्यालय स्थित पुलिस अधीक्षक दफ्तर की इमारत में आग लगी हुई दिखाई दे रही है. इतना ही नहीं भीड़ ने एक दमकल वाहन को भी आग के हवाले कर दिया. वीडियो में प्रदर्शनकारी, पुलिसकर्मियों से झड़प करते दिख रहे हैं.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, ‘बलौदाबाजार जिले में उत्पन्न हुई अप्रिय स्थिति पर पुलिस महानिरीक्षक और आयुक्त को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं. मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब कर घटना की प्रारंभिक जानकारी ली और घटना की रिपोर्ट भी मंगाई है.'

डिप्टी सीएम ने घटना की न्यायिक जांच के दिए आदेश 

एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार ने पहले ही 'जैतखंभ' में तोड़फोड़ की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं. विभिन्न संगठनों और सतनामी समुदाय के प्रतिनिधियों की मांग पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.'

डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा, 'सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली ऐसी घटनाएं राज्य में कहीं भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उपमुख्यमंत्री ने सभी से सामाजिक सौहार्द बनाए रखने का भी अनुरोध किया है.

घटना के बाद शहरवासियों में भय का माहौल 

बलौदाबाजार के जिलाधिकारी के एल चौहान ने जारी आदेश में कहा, 'सतनामी समाज द्वारा प्रदेश स्तरीय आंदोलन के दौरान संयुक्त जिला कार्यालय परिसर में खड़े वाहनों में तोड़फोड़ करने, आग लगाने और संयुक्त जिला कार्यालय भवन को आग के हवाले करने के कारण परिसर में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारियों समेत जिला मुख्यालय बलौदाबाजार के निवासियों में भय का माहौल बना हुआ है. 

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16 जून तक लागू रहेगा धारा 144

आदेश में कहा गया है कि नगरपालिका बलौदाबाजार क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए तत्काल कार्रवाई करना आवश्यक है और परिस्थितियों को देखते हुए बलौदाबाजार क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गयी है. इस दौरान नगरपालिका बलौदाबाजार सीमा क्षेत्र में रैली, जुलूस पर प्रतिबंध रहेगा. पांच या उससे अधिक व्यक्तियों के समूहों का शहर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. अधिकारियों ने बताया कि यह आदेश 10 जून की रात नौ बजे से 16 जून को मध्यरात्रि 12 बजे तक धारा 144 जारी रहेगा.

बता दें कि छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध संत बाबा घासीदास ने सतनाम पंथ की स्थापना की थी. राज्य की अनुसूचित जातियों में बड़ी संख्या सतनामी समाज के लोगों की है और ये समाज यहां के प्रभावशाली समाजों में से एक है.

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