Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर (Ambikapur) जिले के मैनपाट में दिल झकझोर देने वाला एक घटना हुई है. यहां बरिमा गांव के एक घर में आग लगने से घर में सो रहे तीन मासूम बच्चों के दर्दनाक मौत हो गई है. सुबह इसकी जानकारी जैसे ही स्थानीय लोगों को हुई घटना स्थल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. घटना की जानकारी मिलते हैं मौके पर मैनपाट के कमलेश्वरपुर थाना के पुलिस अधिकारी पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है.
ऐसे हुई पूरी घटना
जानकारी के मुताबिक़ शनिवार की रात मैनपाट के ग्राम बरिमा में रहने वाले देव प्रसाद मांझी की पत्नी सुधनी मांझी ने अपने बच्चों गुलाबी 8 वर्ष, सुषमा 5 वर्ष व राम प्रसाद 2.5 वर्ष को खाना खिलाया। बच्चों के सो जाने के बाद उन्हें घर के अंदर छोड़कर घर को बाहर से बंद करके पड़ोस में चली रही पार्टी में चली गई. इसी दौरान घर में आग लग गई और घर के अंदर सो रहे तीनों बच्चे आग के लपेट में आ गए. जिससे तीनों की मौत हो गई. जब घर का छप्पर गिरने लगा तो किसी ने देख लिया। सुधनी को इसकी जानकारी दी. तुरंत पुलिस को सूचना दी गई. ग्रामीणों ने भी आग पर काबू पाने और बच्चों को बाहर निकलने की कोशिश की. लेकिन देर हो चुकी थी. घर के अंदर सो रहे तीनों बच्चे जलकर ख़ाक हो गए. आगजनी के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है. बताया जा रहा है बच्चों के पिता देव प्रसाद पुणे में मजदूरी का काम करता है .
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जांच चल रही है
मैनपाट के कमलेश्वरपुर थाना प्रभारी अशोक शर्मा ने NDTV को बताया कि रात करीब 3:30 बजे थाने में सूचना मिली कि ग्राम बरिमा के एक घर में आग लग गई है. मौके पर तत्काल बचाव दल पहुंचा. तो देखा कि आसपास से ग्रामीण आग बुझाने में लगे हुए हैं. पुलिस कर्मियों ने तत्काल किसी तरह से आग को बुझाया, लेकिन घर के अंदर सो रहे तीनों मासूम बच्चों की मौत हो चुकी थी. उन्होंने बताया कि आग लगने की घटना लगभग रात्रि एक से दो बजे के बीच की है और तकरीबन 3:30 बजे जब आग बहुत ज्यादा बढ़ गई तब इसकी जानकारी आसपास के लोगों को हुई तो उन्होंने इसकी सूचना थाने में दी. आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है.
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