विज्ञापन

Chhattisgarh : ये लापरवाही पड़ जाएगी बहुत भारी !  267 संस्थाओं से अग्निशामक यंत्र ही गायब, अब विभाग ने उठाया ये कदम 

CG News: अंबिकापुर में लगातार ऊंचे भवनों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें भी अग्निशमन यंत्रों का उपयोग नहीं किया जा रहा है. इन भवनों का निर्माण भी गैर कानूनी तरीके से किया जा रहा है.

Chhattisgarh : ये लापरवाही पड़ जाएगी बहुत भारी !  267 संस्थाओं से अग्निशामक यंत्र ही गायब, अब विभाग ने उठाया ये कदम 

Chhattisgarh News: अंबिकापुर सहित पूरे प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. इस गर्मी से जहां एक ओर आम जनजीवन प्रभावित हुआ है वही दूसरी ओर गर्मी के मौसम में अम्बिकापुर में एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर आगजनी की घटना हो चुकी है. जिसमें दो बड़े अग्निकांड है जिसे नियंत्रित करने में फायर ब्रिगेड विभाग (Fire brigade department) के जवानों ने को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी है. इन दोनों अग्नि कांडों में करोड़ों रुपए के समान स्वाहा हो गए वहीं कुछ लोगों आग से झुलस गए. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर आगजनी की घटनाएं कैसे हो रही है..?और इन घटनाओं को अग्निशामक विभाग के द्वारा नियंत्रित करने में असफल क्यों है ? इन सवालों के जवाब के लिए जब NDTV की टीम जब अंबिकापुर के फायर स्टेशन पहुंची तो उन्हें कई चौंकाने वाले जवाब मिले. 

Latest and Breaking News on NDTV

अंबिकापुर फायर स्टेशन के इंचार्ज अंजनी तिवारी ने बताया कि शहर में गर्मी के मौसम में आगजनी की घटनाएं बढ़ रही हैं, इसका प्रमुख कारण भवनों के निर्माण में अग्निशामक नियंत्रण यूनिट को पूरी तरह से अनदेखा किया जा रहा है. इसके लिए अग्निशमन विभाग के द्वारा अंबिकापुर शहर के लगभग 267 संस्थाओं को नोटिस भेजा गया है. इसके बावजूद इनके नोटिस ग्राहितों के द्वारा कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है उन्होंने बताया कि अग्निशामक सिर्फ नोटिस दे सकता है. कार्रवाई नहीं कर सकता है. कार्रवाई करने का जिम्मा जिला प्रशासन का होता है. ऐसे में दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं. 

फायर स्टेशन प्रभारी अंजलि तिवारी ने बताया कि अंबिकापुर में लगातार ऊंचे भवनों का निर्माण किया जा रहा है जिसमें भी अग्निशमन यंत्रों का उपयोग नहीं किया जा रहा है. इन भवनों का निर्माण भी गैर कानूनी तरीके से किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि हाल में ही अंबिकापुर शहर में हुए एक अग्निकांड में एक स्पोर्ट्स सेंटर वह होटल में आग लगी जिसे भी लगभग 15 दिन पहले ही नोटिस दिया गया था. लेकिन दोनों संस्थाओं ने फायर ब्रिगेड विभाग के नोटिस की अनदेखी कर दी गई.

ये भी पढ़ें  NDTV Exclusive : छत्तीसगढ़ के जंगल में नक्सली बना रहे लोहे के कारतूस! ऐसा तरीका देख चौंक जाएंगे आप

नहीं है अत्याधुनिक तकनीकी वाली सुविधाएं

अंबिकापुर फायर स्टेशन के प्रभारी ने बताया कि अब फायर स्टेशन का संचालन होमगार्ड के द्वारा का संचालित किया जाता है. फायर स्टेशन में चार बड़े वाहन व दो छोटे आधुनिक सामक वाहन है. उन्होंने बताया कि शहर में लगातार ऊंचे-ऊंचे भवनों का निर्माण हो रहा है. जो 6 माला से लेकर 10 माला तक के हैं. ऐसे में वे सिर्फ तीन माला तक के भवनों में ही आग लगने की स्थिति पर आग को नियंत्रित कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि स्पोर्ट्स सेंटर व होटल राधे कृष्णा 6 माला के होने के कारण ही वहां लगे आग को  नियंत्रित नहीं किया जा सकता. फायर ब्रिगेड को अत्यधिक वाहन व सुविधा के लिए राज्य सरकार को पत्र भी लिखा गया है.

ये भी पढ़ें Balodabazar: कुतुब मीनार से भी ऊंचा है छत्तीसगढ़ के गिरौदपुरी का "जैतखाम", जानें क्या है इसकी विशेषता ? 

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
NDTV Madhya Pradesh Chhattisgarh
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
Haryana Elections 2024 : भूपेश बघेल ने BJP को ऐसे घेरा, कहा- हरियाणा में कांग्रेस लहराएगी परचम
Chhattisgarh : ये लापरवाही पड़ जाएगी बहुत भारी !  267 संस्थाओं से अग्निशामक यंत्र ही गायब, अब विभाग ने उठाया ये कदम 
New Strategy Against Naxalites in Chhattisgarh Deputy CM Announces After Ganpati Darshan
Next Article
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ बन रही एक और रणनीति, 'बप्पा' के दर्शन के बाद बोले डिप्टी CM
Close