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This Article is From Feb 04, 2024

PAN एक और खाते 1000, जानें RBI की रडार पर कैसे आया Paytm Payments Bank?

Paytm Share: पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के पास लाखों गैर-केवाईसी खाते थे और एक पैन नंबर पर एक हजार से ज्यादा यूजर्स जुड़े हुए थे.

PAN एक और खाते 1000, जानें RBI की रडार पर कैसे आया Paytm Payments Bank?

भारतीय रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी,  2023 को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर बैन लगा दिया है. इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने पेटीएम के फास्टैग, वॉलेट और बैंक अकाउंट में पैसा जमा करने पर भी रोक लगा दी. अब पेटीएम की बैंकिंग सेवा 29 फरवरी,  2024 के बाद काम नहीं करेगी. आरबीआई की इस घोषणा के बाद पेटीएम यूजर्स खासकर जिनके पैसे या तो पेटीएम वॉलेट में पड़े हैं या फिर पेटीएम फास्टैग में, में हड़कंप मच गया है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि पेटीएम के किन नियमों के उल्लघंन के कारण भारतीय रिजर्व बैंक ने बैन लगाया.

सूत्रों के मुताबिक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) के पास लाखों गैर-केवाईसी खाते थे और एक पैन नंबर पर एक हजार से ज्यादा यूजर्स जुड़े हुए थे. सूत्रों ने कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां लेनदेन का कुल मूल्य करोड़ों रुपये में है, जिससे धन शोधन की चिंताएं बढ़ा दी है.

दरअसल, पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा उल्लंघन किए गए नियमों से एक बिना सही पहचान के बनाए गए करोड़ों अकाउंट्स थे. इन अकाउंट्स की केवाईसी प्रक्रिया भी पूरी नहीं की गई थी. यही नहीं बिना पहचान और केवाईसी के इन खोतों में करोड़ों रुपये का ट्रांजेक्शन भी किया गया था, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका पैदा हो गई. एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीटीएम पेमेंट्स बैंक के तहत एक पैन नंबर पर एक हजार से ज्यादा यूजर्स जुड़े हुए थे. केंद्रीय बैंक और ऑडिटर्स की जांच में मिला कि पेटीएम बैंक नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है. इस बीच आरबीआई को चिंता है कि इन खातों का इस्तेमाल कहीं मनी लॉन्ड्रिंग के लिए तो नहीं किया जा रहा. इस संबंध में आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट प्रवर्तन निदेशालय और प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दी है. 

राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने रॉयटर्स को बताया, 'अगर अवैध गतिविधि या लेन-देन का कोई सबूत मिलता है तो ईडी पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जांच करेगी.

बता दें कि आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड साधन, वॉलेट व फास्टैग में 29 फरवरी, 2024 के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार न करने का निर्देश दिया था.

आरबीआई ने एक बयान में कहा था कि ये कदम व्यापक प्रणाली ऑडिट रिपोर्ट और बाहरी ऑडिटरों की सत्यापन रिपोर्ट के बाद उठाया गया है. रिपोर्टों के मुताबिक, ट्रांजेक्शन के दौरान बैंक में लगातार नियमों का उल्लंघन के साथ कई अन्य समस्याएं सामने आईं है. हालांकि इससे पहले आरबीआई ने 11 मार्च, 2022 को पीपीबीएल को तत्काल प्रभाव से नए ग्राहकों को जोड़ने से रोक दिया था.

आरबीआई ने कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों को बचत बैंक खाते, चालू खाते, प्रीपेड माध्यम, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) सहित अपने खातों से शेष राशि की निकासी या उपयोग की अनुमति किसी प्रतिबंध के बगैर दी जाएगी.

वन97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है, लेकिन वो इसे अपनी सहयोगी के रूप में वर्गीकृत करता है, न कि अनुषंगी कंपनी के रूप में.

एक विश्लेषक के मुताबिक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के पास करीब 35 करोड़ ई-वॉलेट हैं. जिनमें से लगभग 31 करोड़ निष्क्रिय हैं, जबकि चार करोड़ बिना किसी शेष राशि या बहुत कम शेष राशि के साथ सक्रिय होंगे. सूत्रों ने कहा कि असामान्य रूप से बड़ी संख्या में निष्क्रिय खातों का उपयोग फर्जी खातों के लिए में किए जाने की आशंका है. ऐसे में केवाईसी में बड़ी अनियमितताएं हुईं है जिससे ग्राहकों, जमाकर्ताओं और वॉलेट धारकों को गंभीर जोखिम का सामना करना पड़ा.

सूत्रों ने कहा कि बैंक द्वारा पेश किए गए रिपोर्ट कई मौकों पर अधूरा और गलत पाया गया. बता दें कि आरबीआई के निर्देश के बाद वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (पेटीएम ब्रांड का मालिक है) के शेयरों में पिछले दो दिनों में 40 फीसदी की गिरावट आई है.

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