World Gold Capacity: कहते हैं सोना यानी गोल्ड बचत का सबसे सुरक्षित तरीका है, जिसकी कीमत पर समय और काल का असर नहीं पड़ता है. यही कारण है कि आज भी निवेश के लिए लोग गोल्ड पर भरोसा करते हैं, जबकि पैसों को चुटकियों में डबल और ट्रिपल करने के दर्जनों तरीके मौजूद है. भारत में बचत का सबसे बड़ा माध्यम है सोना, जिसे गहनों के रूप में निवेश किया जाता है. यही कारण है कि भारत का नाम दुनिया के चौथे बड़े सोना आयातक देशों में शुमार है.
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भारत में गहनों के रूप में इकट्ठा हो गया सोने का भारी भंडार
गौरतलब है पुरातन समय से सोना भारतीय महिलाओं में पारंपरिक और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक रहा है.सोने के गहनों से भारतीय महिलाओं काफी लगाव ही कहेंगे कि हरेक मौके पर सोने के गहनों की खरीदारी शुभ मानी जाती है, जबकि शादी समारोहों इसकी खास अहमियत होती है. कह सकते हैं कि बिना सोने के गहनों के शादी मुमकिन नहीं, जिसमें दुल्हा- दुल्हन दोनों आभूषण पहनते हैं. यही वजह है कि भारत में गहनों के रूप में सोने का भारी भंडार इकट्ठा हो गया है.
अमेरिका के पास सर्वाधिक 8,000 टन सोना का भंडार मौजूद है
सर्वाधिक सोने के आभूषण के रूप में मौजूद सोने का भंडार दुनिया के शीर्ष पांच देशों क्रमशः अमेरिका, जर्मनी, इटली, फ्रांस और रूस की तुलना में सर्वाधिक है. फिलहाल, अमेरिका के पास 8,000 टन सोना, जर्मनी के पास 3,300 टन, इटली के पास 2,450 टन, फ्रांस के पास 2,400 टन और रूस के पास 1,900 टन सोना है, जिसका मतलब है कि सोने के शीर्ष भंडार वाले पांच देशों का स्वर्ण भंडार भारतीय महिलाओं के पास मौजूद सोने से कम है.
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उत्तर नहीं, दक्षिण भारतीय महिलाओं के पास अधिक सोना
ऑक्सफोर्ड गोल्ड ग्रुप की एक रिपोर्ट की मानें तो दक्षिण भारतीय परिवारों की महिलाओ के पास भारत के अन्य हिस्सों की तुलना में सर्वाधिक सोने के आभूषण मौजूद हैं. सोने के मालिकाना हक के मामले में दक्षिण भारत की महिलाएं के पास भारत के कुल सोने का 40 फीसदी हिस्सा मौजूद है,इसमें अकेले तमिलनाडु का हिस्सेदारी 28 फीसदी बैठती है, जो अमेरिका, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF), स्विट्जरलैंड और जर्मनी के संयुक्त भंडार से भी अधिक है.
2023 तक भंडार 24,000 टन था, जो किग्रा 25 मिलियन है
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की 2020-21 की स्टडी के मुताबिक भारतीय परिवारों के पास 21,000 से 23,000 टन सोना है, जो साल 2023 तक बढ़कर लगभग 24,000 से 25,000 टन यानी 25 मिलियन किलोग्राम से अधिक सोना हो गया था. भारतीय महिलाओं के पास मौजूद स्वर्ण भंडार देश के सकल घरेलू उत्पाद का 40 फीसदी है.
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नवंबर के अंत में देश का गोल्ड रिजर्व बढ़कर 876.18 टन पहुंचा
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) पिछले कई महीनों से लगातार गोल्ड खरीद रहा है. फिलहाल, आरबीआई के कुल विदेशी मुद्रा भंडार में गोल्ड की हिस्सेदारी बढ़कर 10.2 फीसदी तक पहुंच गई है. लेटेस्ट डेटा के मुताबिक, नवंबर के अंत में देश का गोल्ड रिजर्व बढ़कर 876.18 टन पर पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में 9 फीसदी अधिक है.
इसी समय पिछले साल देश का गोल्ड रिजर्व 803.58 टन था
एक एक्सपर्ट के मुताबिक, बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव को देखते हुए भारत जैसे विकासशील देश अपने गोल्ड रिजर्व में लगाजार इजाफा कर रहे हैं. इससे वित्तीय संकट के दौर में देश की अर्थव्यवस्था को संभालने में मदद मिलती है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सोने के आयात में 21.78% का इजाफा हुआ है. साल 2024 की पहली छमाही में भारत में सोने का आयात 21.78 फीसदी बढ़कर 27 अरब डॉलर हो गया.
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