Corruption Case In MP: मध्य प्रदेश में एक पूर्व परिवहन आरक्षक के धनकुबेर निकलने के बाद परिवहन विभाग पर उंगलियां उठ रही हैं. कहा जा रहा है कि सौरभ शर्मा नामक पूर्व आरक्षक ही पूरा विभाग चलाता था और पोस्टिंग से लेकर अवैध वसूली में मिले पैसों का बंटवारा करता था. मंगलवार को एक कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि परिवहन विभाग महज उदाहरण है, ऐसा ही भष्टाचार माइनिंग,आबकारी और पुलिस महकमे मे भी फैला है.
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परिवहन विभाग नहीं, प्रदेश के सभी सरकारी महकमों का हाल ऐसा है
कांग्रेस विधायक सुरेश राजे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भोपाल में जो माल बरामद हुआ और खुलासा हुआ वह तो नाकाफी है. यह सिर्फ एक नमूना भर है और छोटी-मछली है. राजे ने कहा, यह हाल परिवहन विभाग नहीं, बल्कि सभी सरकारी महकमों का हाल ऐसा है, ये जो सोने से भरी एक गाड़ी मिली है, ऐसी न जाने कितनी गाड़ियां मिलेंगी.
कांग्रेस MLA ने किया दावा, 'परिवहन में अभी भी जारी है अवैध वसूली'
कांग्रेस विधायक ने दावा किया कि अभी भी परिवहन की अवैध वसूली जारी है. इसका उदाहरण ग्वालियर में ही बिलौआ में क्रेशर मार्केट पर जाकर देखा जा सकता है, जहां से निकलने वाली प्रत्येक गाड़ी से हजारो रुपए प्रतिमाह बंधा हुआ है. उन्होंने कहा, मुद्दा विधानसभा में उठाने के बाद भी कार्रवाई नही होतीं, क्योंकि उनसे महीने में करोड़ों की वसूली होती है.
पूर्व मंत्रियों की जांच की जाए तो सोने से भरी अनेक गाड़ियां मिल जाएंगी
बकौल कांग्रेस विधायक, परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक की संपत्तियों के खुलासे के बाद सभी पूर्व मंत्रियों की जांच की जाए तो भोपाल की तरह सोने से भरी अनेक गाड़िया मिल जाएगी, लेकिन सरकार उन्हें बचाने में लगी है, क्योंकि बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी.
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