Goodbye to Wrestling: पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम वर्ग कुश्ती के फाइनल मुकाबले से पहले अयोग्य घोषित की गई भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने टूटे दिल के साथ कुश्ती को अलविदा कह दिया है. ओलंपिक में किसी महिला पहलवान द्वारा पहली बार गोल्ड मेडल जीतने का सपने संजोए विनेश बुधवार को बिना खेले ही मुकाबले से बाहर हो गईं थी. इससे गोल्ड जीतने का सपना सिर्फ विनेश का ही नहीं टूटा, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का भी दिल टूट गया.
गोल्ड जीतने से अधिक खुद को अयोग्य ठहराए जाने से ज्यादा निराश दिखी विनेश फोगाट
माना जा रहा है विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में गोल्ड जीतने से अधिक खुद को अयोग्य ठहराए जाने से अधिक निराश लगी. सोशल मीडिया साइट एक्स पर संन्यास का ऐलान करते हुए उन्होंने लिखा. ''मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके हैं. इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती 2001-2024. आप सबकी हमेशा ऋणि रहूंगी माफी.''
माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ़ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब।
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) August 7, 2024
अलविदा कुश्ती 2001-2024 🙏
आप सबकी हमेशा ऋणी रहूँगी माफी 🙏🙏
50 किलोग्राम वर्ग में लगातार 3 मुकाबले जीतकर फाइनल में पहुंची थी विनेश फोगाट
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट के अचानक रिटायरमेंट की घोषणा से हर कोई हैरान है. विनेश फोगाट गोल्ड जीतकर इतिहास रचने वाली थी, उन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किलोग्राम वर्ग में लगातार 3 मुकाबले जीतकर फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण रूप से डिस्क्वालिफाई होकर उन्हें मुकाबले से बाहर होना पड़ा. विनेश फोगाट के अचानक संन्यास से देशवासी काफी निराश हैं.
पेरिस ओलंपिक में गोल्ड जीतने चूकी विनेश फोगाट बिना मेडल के लौटंगी घर
गौरतलब है संयुक्त विश्व कुश्ती के नियम के मुताबिक यदि कोई एथलीट वेट इन (पहला या दूसरा वेट इन) में हिस्सा नहीं लेता है या असफल हो जाता है तो उसे टूर्नामेंट से बाहर कर दिए जाने का अधिकार है. यही नहीं, नियम के मुताबिक एथलीट को बिना किसी रैंक के पायदान में सबसे निचले स्थान पर भी रखा जाता है. यही नियम विनेश पर भी अयोग्य घोषित होने के बाद लगा है.
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