Damoh Crime: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दमोह जिले की लक्ष्मी सेन (Lakshami Sen) को कई बार औलादें हुई, लेकिन कोई जिंदा न रह सकी... लक्ष्मी कुछ माह की गर्भवती थी कि उसका पति भी इस दुनिया को छोड़ गया... आखिरी उम्मीद गर्भ में पल रहा बच्चा था, वह भी कुछ दिन पहले दुनिया देखने से पहले दुनिया छोड़ चला. अब लंबी जिंदगी बिना औलाद और पति के अकेले कैसे कटेगी... इस तरह औलाद की न उम्मीदी ने एक महिला को बच्चा चोर बना दिया.
चुरा रही थी चार दिन का बच्चा
दमोह जिला अस्पताल में गुरुवार की दोपहर बाद एक महिला बच्चा वार्ड में दाखिल हुई. उसने नवजात की मां से बातचीत की और फिर जैसे ही उसकी नींद लगी, चार दिन की मासूम बच्ची को चुराकर वह रफूचक्कर हो गई. मां की नींद खुली फिर अफरा तफरी मच गई. उसे सिर्फ काली साड़ी वाली वह महिला याद आई, जो उससे बातचीत करती रही.
पुलिस ने लिया क्विक एकशन
घंटों मशक्कत के बाद जिला अस्पताल से एक फुटेज पुलिस के हाथ लगी, जिसकी पड़ताल करने पर पता चला कि बच्चा चोर महिला डॉक्टर चंद्रा जैन नर्सिंग होम पहुंची. वहां उसने अपने परचितों को बुलाया और बताया कि मुझे बच्चा हुआ है, अब घर ले चलो. ऑटो किया और घर चली गई. कुल मिलाकर औलाद की नउम्मीदी ने उसे बच्चा चोर बना दिया. पुलिस जब पड़ताल करती आरोपी महिला के घर पहुंची, तो ये बच्चे को गोदी में लिए बैठी थी.
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कलेक्टर से लेकर एसपी तक रहे परेशान
दमोह जिला अस्पताल सहित शहर में लगभग सात घंटे तक कलेक्टर, एसपी, स्वास्थ्य अमला और पीड़ित परिवार परेशान रहा. लेकिन, जब बच्चा बरामद हुआ और बच्चा चोर महिला की मनोदशा पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने देखी, तो वो खुद पशोपेश में पड़ गए कि महिला पर किस तरह का मामला दर्ज किया जाए.
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