Water Crisis in Khandwa: एमपी (MP Water Crisis) के कई जिलों में इन दिनों पेयजल संकट बना हुआ है. इसी कड़ी में भीषण गर्मी के बीच खंडवा (Khandwa) भी जल संकट से जूझ रहा है. कांग्रेस का आरोप है कि 120 करोड़ रुपए की नर्मदा जल योजना (Narmada Jal Yojana) में घोटाला हुआ है, जिसकी कीमत आम आदमी चुका रहा है. दरअसल, खंडवा नर्मदा जल की पाइप लाइन फूट जाने से पिछले चार दिनों से नलों में पानी नहीं आया है, जिसके चलते अब लोग आंदोलन की राह पर उतर आए हैं. बता दें कि 120 करोड़ रुपये की नर्मदा जल योजना की पाइप लाइन आए दिन फूट जाती है, जिससे खंडवा में कृत्रिम जल संकट उत्पन्न हो जाता है.
मटके फोड़कर दर्ज किया विरोध
पिछले चार दिनों से पानी नहीं आने से अब शहर भीषण जल संकट की चपेट में आ गया है. जल संकट से निपटने के लिए निगम वार्डो में टैंकरों की मदद से पानी की सप्लाई हो रही है, लेकिन इस सप्लाई में भी, जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली बात है. इस बात को लेकर कांग्रेस नेता और निगम के नेता प्रतिपक्ष दीपक राठौड़ ने लोगों के साथ फिल्टर प्लांट पर पहुंच गए. यहां मटका फोड़कर विरोध दर्ज करने लगे.
महापौर के खिलाफ हुई नारेबाजी
कांग्रेस नेता ने महापौर के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. उनका कहना था कि बीजेपी के पार्षद और नेता अपने वार्डों में पानी के टैंकर ले जा रहे हैं, जबकि अन्य वार्ड वासियों को पानी नहीं मिल रहा. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि 120 करोड़ रुपये की योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है.
120 करोड़ रुपये की योजना में भ्रष्टाचार
अगर केजरीवाल सरकार पर 100 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप में ईडी और सीबीआई की जांच हो सकती है, तो यहां भी 120 करोड़ रुपये की योजना में भ्रष्टाचार हुआ है. यहां भी ईडी और सीबीआई से जांच होनी चाहिए. इधर, नगर निगम महापौर अमृता अमर यादव नेता प्रतिपक्ष की बात को नौटंकी बताते हुए कहा कि उन्हें इस संकट के समय नगर निगम के साथ खड़े होकर सहयोग करना चाहिए न कि राजनीति.
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