Viral School Video: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से सामने आई यह तस्वीरें और आरोप किसी को भी झकझोर देने वाले हैं. जहां एक ओर सरकारी स्कूलों में बच्चों के बेहतर भविष्य की बातें होती हैं, वहीं यहां एक शिक्षक ने स्कूल को ही आरामगाह बना लिया. कुर्सी पर पैर पसारकर सोते मास्टर साहब और बच्चों से बर्तन धुलवाने का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस पूरे मामले ने शिक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
कहां का है मामला?
यह मामला छतरपुर जिले की महाराजपुर तहसील के ग्राम उर्दमऊ स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय का है. ग्रामीणों के अनुसार, इस स्कूल में लंबे समय से अनियमितताएं चल रही हैं. कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
Video में क्या दिखा?
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में विद्यालय के प्रधानाध्यापक नारायणदास सोनी ड्यूटी के समय क्लासरूम में ही आराम करते दिखाई दे रहे हैं. वे कुर्सी पर पैर फैलाकर सो रहे हैं और टेबल पर जूते रखे हुए साफ नजर आ रहे हैं. यह वीडियो सामने आने के बाद अभिभावकों और ग्रामीणों में भारी नाराज़गी है.
मिड-डे मील को लेकर गंभीर आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल में साप्ताहिक मिड-डे मील मेन्यू का पालन नहीं किया जाता. बच्चों को घटिया और गुणवत्ता विहीन भोजन परोसा जाता है. इतना ही नहीं, छोटे-छोटे बच्चों से खाने के बर्तन भी धुलवाए जाते हैं, जो नियमों के खिलाफ है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि मिड-डे मील का संचालन कुछ प्रभावशाली लोगों के हाथ में है, जिन्हें राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है. इसी कारण बार-बार शिकायतों के बावजूद न तो समूह पर कार्रवाई होती है और न ही जिम्मेदार शिक्षकों पर.
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प्रशासन की चुप्पी से बढ़ा आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन हर बार मामला ठंडे बस्ते में चला गया. प्रशासनिक उदासीनता के चलते स्कूल की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. जब इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी अरुण शंकर पांडेय से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आ गया है और इसकी जांच कर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
अब सबकी निगाहें कार्रवाई पर
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि वीडियो और खबर सामने आने के बाद प्रशासन कितनी जल्दी और कितनी सख्ती से कार्रवाई करता है. ग्रामीणों का साफ कहना है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. गांव में इस मुद्दे को लेकर लगातार चर्चा और आक्रोश बना हुआ है.
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