Computer Engineer's Suicide Latter: ग्वालियर जिले में रविवार को एक कंप्यूटर इंजीनियर ने बेरोजगारी से तंग सुसाइड कर लिया. बेरोजगार इंजीनियर बेटे के साथ उसकी मां ने भी जहर खाकर जान दे दी. हालांकि पहले खबर आई थी कि इंजीनियर बेटे की मौत के सदमे में मां की जान चली गई, लेकिन अब पुष्टि हुई है कि मां और बेटे दोनों ने सल्फास खाकर सुसाइड किया.
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पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सकों को मृतक की जेब से सुसाइड नोट मिला
रिपोर्ट के मुताबिक मां और बेटे के सुसाइड के खबर से आसपास हड़कंप मच गया. सुसाइड करने वाले युवक की पहचान मनीष राजपूत के रूप में हुई है. पोस्टमार्टम के दौरान मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है. सुसाइड नोट में दोनों ने स्वेच्छा से जहर खाने की बात लिखी है.
जहर खाने से हुई 33 वर्षीय युवक और 65 वर्षीय उसकी मां राधा की मौत
मामला थाना क्षेत्र के गौसपुरा नंबर-1 का है. सुसाइड की सूचना के बाद पुलिस ने मां और बेटे की लाश कब्जे में लेने के बाद पुलिस पोस्टमार्टम के लिए करवाया. चिकित्सकों ने 33 वर्षीय युवक और 65 वर्षीय उसकी मां राधा की मौत की वजह जहर बताई है. एक साथ मां- और बेटे की अर्थी साथ उठीं तो लोगों की आंखें नम हो गईं.
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इंजीनियरिंग के बाद करीब 6 साल तक युवक को नौकरी नहीं मिली
मृतक मनीष के पिता राजकुमार राजपूत ने बताया कि उनके छोटे बेटे मनीष ने बानमोर स्थित श्रीराम कॉलेज से इंजीनियरिंग (बीई कंप्यूटर साइंस) किया था, लेकिन करीब 6 साल तक उसे कोई नौकरी नहीं मिली. 71 वर्षीय पिता ने बताया कि युवक डिप्रेशन था और दो बार घर से भी भाग चुका था.
सुसाइड से पहले युवक लैपटॉप तोड़कर जलाई इंजीनियरिंग की डिग्री
पिता राजकुमार राजपूत ने बताया कि, सुसाइड करने से पहले मृतक मनीष राजपूत ने एक बार गुस्से में आकर अपनी सभी डिग्रियां अन्य डॉक्यूमेंट जला दिए थे, जिसके चलते बाद में उन्हें डुप्लीकेट दस्तावेज निकलवाने पड़े. बुजुर्ग पिता का कहना है कि उसकी पत्नी और बेटे ने ख़ुदकुशी क्यों की, उन्हें पता नहीं है.
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चाय का ठेला लगाते हैं पिता, लेकिन इंजीनियर बेटे को आती थी शर्म
सिविल अस्पताल के सामने चाय का ठेला लगाकर 4 बच्चों की परवरिश करने वाले पिता राजकुमार राजपूत ने बताया मृतक उनका सबसे छोटा बेटा था. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद मृतक नौकरी नहीं मिली, तो वह अवसाद में रहने लगा. मनीष कोई छोटा-मोटा काम नहीं करना चाहता था, और पिता चाय का ठेला लगाते हैं, इससे शर्मिंदगी महसूस करता था.
घर पहुंचते ही बताया कि मैंने जहर खा लिया, पिता ने गंभीरता ने नहीं लिया
पिता ने बताया कि शनिवार रात जब चाय का ठेला बंद कर वो घर पहुंचे और मनीष से खाना लाने को कहा, तो उसने कहा आज खाना नहीं बना, मैंने जहर खा लिया. पिता को मनीष के अवसाद का पता था, तो उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया और किचन से खाना लेकर खाने लगे, लेकिन मनीष उल्टी करता देख उनका सिर चकरा गया.
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सुसाइड नोट में मृतक मनीष ने जो लिखा उसने सभी को भावुक कर दिया
मनीष के जहर खाने की पुष्टि होने पर पीड़ित पिता ने दौड़कर बेटे अनिल को फोन किया और फौरन घर पहुंचाने को कहा, लेकिन तब तक मां और बेटे की प्राण निकल चुके थे. मृतक के जेब से चिकित्सकों को मिले सुसाइड नोट में मनीष ने जो लिखा उसने सभी को भावुक कर दिया.