
Umang Singhar on BJP Government: मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता उमंग सिंघार ने राज्य सरकार पर निवेश की झूठी ब्रांडिंग का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सिर्फ इवेंट और ब्रांडिंग में लगी है जबकि जमीन पर निवेश आया ही नहीं है. राजधानी भोपाल में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य में निवेश नहीं आ रहा है, बल्कि सरकार सिर्फ़ इवेंट में लगी हुई है और झूठी ब्रांडिंग कर रही है, जो सच्चाई से कोसों दूर है. सरकार तो सिर्फ इवेंट की चकाचौंध में लगी है, जबकि प्रदेश की जमीन पर निवेश गायब है.
निवेश में पीछे होता जा रहा मध्यप्रदेश!
— Umang Singhar (@UmangSinghar) May 23, 2025
• मुख्यमंत्री जी दावा करते हैं कि "मध्य प्रदेश में निवेश के लिए हर सुविधा मौजूद है",फिर World Economic Forum (WEF) जैसे महत्वपूर्ण मंच पर प्रदेश को क्यों नहीं बुलाया गया?
• अगर सिर्फ इन्वेस्टमेंट समिट करने से ही निवेश आता, तो मध्यप्रदेश… pic.twitter.com/U6LsXbqOo7
नेता प्रतिपक्ष ने क्या कुछ कहा?
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 14 मई को बेंगलुरु में 'इनवेस्ट इन एमपी' सत्र में भाग लेते हुए 7,935 करोड़ रुपये के निवेश और 18,975 नौकरियों के वादे किए. लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और है. मध्य प्रदेश में निवेश सम्मेलन ऐसे हैं जैसे शादी के कार्ड बांटे जाएं, लेकिन दूल्हा-दुल्हन का अता-पता ही न हो.
बेंगलूरु से आया निवेश का सपना मगर धरातल पर सच हुआ कितना?
— Umang Singhar (@UmangSinghar) May 23, 2025
मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 ने 14 मई को बेंगलुरू में आयोजित "इन्वेस्ट इन एमपी" सत्र में भाग लिया ताकि प्रदेश में औद्योगिक निवेश पहुंच सके मगर कुछ नहीं हुआ।
“मध्यप्रदेश में निवेश सम्मेलन ऐसे हैं जैसे शादी के कार्ड बांटे… pic.twitter.com/t8OmyZ4KPO
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में ₹30.77 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों की घोषणा के बावजूद, सरकार यह क्यों नहीं बता पा रही कि इनमें से कितने प्रस्ताव ज़मीन पर उतरे हैं?
— Umang Singhar (@UmangSinghar) May 23, 2025
छोटे व्यापारियों को क्या मिला?
• ₹30.77 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव सिर्फ़ काग़ज़ों तक ही सीमित हैं।
• सरकार… pic.twitter.com/2FQyHGiWmw
नेता प्रतिपक्ष ने विदेशी निवेश को लेकर सवाल उठाया और कहा कि राज्य इस मामले में 15वें स्थान पर है. इस मामले में मध्य प्रदेश की स्थिति को देखते हुए, क्या सरकार व्यापार सुगमता में सुधार के लिए ठोस नीतिगत बदलावों पर विचार कर रही है? राज्य में लघु मध्यम उद्योगों की अनदेखी की जा रही है. 18 लाख इकाइयां हैं, पर महज 1785 करोड़ का बजट दिया गया है. मुख्यमंत्री देश से निवेश ला रहे हैं, पर राज्य के उद्यमियों को ही उनका समर्थन नहीं मिल रहा है.
आखिर कब मिलेगा प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को रोजगार?
— Umang Singhar (@UmangSinghar) May 23, 2025
• आउटलुक बिजनेस की मार्च 2025 की रिपोर्ट के अनुसार "Startup Outperformers Ranking",मध्य प्रदेश देशभर में स्टार्टअप प्रदर्शन में 15वें स्थान पर है।
• युवाओं को सिर्फ "आकांक्षी" नाम देने से ही उनका भविष्य उज्जवल नहीं होगा उनको… pic.twitter.com/Aw8cA1xxcK
राज्य में हो रहे निवेश की चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार लगातार दावे करती है कि निवेश बढ़ रहा है जबकि हकीकत कुछ और है. राज्य निवेश के मामले में लगातार पिछड़ता जा रहा है, इस बात की गवाही विभिन्न मीडिया रिपोर्ट देती हैं. इतना ही नहीं, राज्य की प्रतिभाएं दूसरे स्थान पर जाकर नौकरी करने को मजबूर हैं क्योंकि राज्य में अवसर ही नहीं है.
यह भी पढ़ें : Vijay Shah Controversy : विजय शाह मामले में Umang Singhar ने SIT की निष्पक्षता पर उठाए सवाल
यह भी पढ़ें : PCC चीफ जीतू पटवारी ने सिंधिया की फटकार को भुनाया, बैंक घोटाला मामले में सरकार को ऐसे घेरा
यह भी पढ़ें : करोड़ों के इनामी बसवाराजू का खात्मा; नक्सलियों में खौफ! बीजापुर में 24 नक्सलियों का सरेंडर, मिलेगा ये लाभ
यह भी पढ़ें : PBKS vs DC: पंजाब vs दिल्ली, जयपुर में कौन बनेगा किंग्स? पिच रिपोर्ट से Live मैच तक जानिए कैसे हैं आंकड़े