Self Defence Techniques: सरकारी अस्पतालों में आए दिन पेशेंट के अटेंडेंट और कुछ शराबी तत्व नर्सों के साथ बदसलूकी की वारदात को अंजाम देते हैं. इसी को देखते हुए माधवनगर अस्पताल में महिला स्टाफ को आत्मरक्षा के गुण सिखाए जा रहे हैं. पांच महिने तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में महिला स्टाफ (Women Staff) को हमलावरों से बचने के तरीके के साथ ही तलवार और लाठी चलाना भी सिखाया जा रहा है.
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और अस्पताल प्रशासन की ओर से पहली बार अस्पताल में महिला स्टाफ को आत्मरक्षा के तरीके सिखाने की पहल की गई है. इसकी शुरुआत फ्रीगंज स्थित शासकीय माधव नगर से की गई है. यहां फिलहाल, 5 माह के लिए प्रशिक्षण शुरू किया गया है. इसमें प्रत्येक शुक्रवार को एक घंटे महिला स्टाफ को आत्मरक्षा के लिए लाठी, तलवारबाजी जैसी कलाएं सिखाई जा रही है. यहां प्रशिक्षक मुस्कान सिसोदिया द्वारा निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है. दरअसल, महिलाओं नर्सों को ड्यूटी रात में भी रहती है. इसी को ध्यान में रखते हुए आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. पहले चरण में करीब 40 लोग पांच महीनों में प्रशिक्षण ले रहे हैं. शुरुआत लाठी चलाना सिखाकर की गई.
सरकारी अस्पताल में कई पेशेंट, अटेंडर और नर्सों के साथ बदसलूकी तक कर देते हैं. इसी को देखते हुए उज्जैन के माधवनगर अस्पताल में महिला स्टाफ को आत्मरक्षा के गुण सिखाना शुरू किया गया है.#SelfDefence #WomenEmpowerment #Ujjain #ndtvmpcg pic.twitter.com/6db9YhrFDo
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) February 20, 2024
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अस्पताल प्रभारी डॉ. विक्रम रघुवंशी ने बताया कि महिला स्टाफ को प्रशिक्षण के लिए उपयोगी संसाधन अस्पताल प्रशासन की ओर से उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है क प्रशिक्षण से मरीजों को परेशानी न हो. इसके चलते ड्यूटी पूरी होने के बाद ही स्टाफ को प्रशिक्षण के लिए बुलाया जाएगा. महिला स्टाफ के बाद दूसरे चरण में पुरुष स्टाफ को भी आत्मरक्षा की कला सिखाई जाएगी.
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