मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला चार जून को होगा. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन के अनुसार, 29 लोकसभा सीटों पर मतों की काउंटिंग सुबह 8 बजे से होगी. पोस्टल बैलेट की गिनती 29 जिलों में होगी. इसके लिए अलग से कक्ष बनाए गए हैं. गर्मी को देखते हुए हीटवेव से बचाव और अन्य जरूरी कदम भी उठाए गए हैं. इसके साथ ही मतगणना स्थल की त्रिस्तरीय सुरक्षा और और नतीजों के बाद की स्थिति को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की तैयारी की गई है.
तीन लेयर सिक्योरिटी के बीच मतगणना
मतगणना को सकुशल संपन्न कराने के लिए केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई है. सभी मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा त्रिस्तरीय होगी. मतगणना स्थल की सुरक्षा के लिए राज्य पुलिस बल और CRPF की तैनाती की गई है. दरअसल, सुरक्षा के लिए 10 हजार डिस्ट्रिक्ट पुलिस बल है, 18 सेंट्रल फोर्स, 45 SAF की टीम को तैनात किया गया है.
मतगणना के लिए लगाए गए 3883 टेबल
मतों की गिनती 116 केंद्रीय पर्यवेक्षक की निगरानी में होगी. मतगणना के लिए कुल 3883 टेबल लगाए गए हैं, जिसमें से 242 टेबलों पर पोस्टल बैलेट की गिनती होगी. वहीं सबसे ज्यादा 24 राउंड पवई विधानसभा में मतों की गिनती होगी, जबकि सबसे कम दतिया में 12 राउंड में वोटों की काउंटिंग होगी. भिंड में सबसे अधिक पोस्टल बैलेट 8349 है, जबकि सबसे कम 2154 पोस्टल बैलेट दमोह में है.
CCTV निगरानी में होगी मतगणना
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि मतगणना केंद्रों पर आसानी से पोस्टल बैलेट पहुंच जाए इसके लिए पोस्टमैन की व्यवस्था की गई है. सुबह 8 बजे तक जो भी पोस्टल बैलेट आएंगे उनको काउंट किया जाएगा. स्ट्रॉन्ग रूम से मतगणना स्थल तक मशीनों को पहुंचने के लिए कर्मचारियों को ड्रेसकोड दिया गया है. सभी जगहों पर सीसीटीवी के माध्यम से नजर रखी जा रही है. काउंटिंग हाल में कैलकुलेटर, मोबाइल,आईपैड नहीं ले जा सकेंगे.
बता दें कि लोकसभा चुनाव में 85+ के 35 हजार 211 मतदाता, 12 हजार 816 विकलांग मतदाताओं ने होम वोटिंग की है, जबकि 1432 लोगों ने घर से वोट दिया है. इसके अलावा 37573 सर्विस वोटर्स ने डाक के द्वारा अपने मतों का प्रयोग किया था.
ये भी पढ़े: Lok Sabha Election 2024: चुनावी इतिहास में पहली बार नतीजों से पहले EC की प्रेस कांफ्रेंस, जानें बड़ी बातें