Burhanpur News: शारदीय नवरात्रि का आज पहला दिन है. मध्य प्रदेश समेत पूरे देश के मंदिरों में मां दुर्गा के स्वागत में पूजा-अर्चना किए जा रहे हैं. नवरात्रि के पर्व के अंतिम दिन यानी नवमी को लोग कन्याओं को भोजन करवाते हैं और उन्हें गिफ्ट प्रदान करते हैं, लेकिन बुरहानपुर जिले के एक निजी अस्पताल ने नवरात्रि पर जन्म लेने वाले कन्याओं की फीस नहीं लेने की अनूठी घोषणा की है.
चैत्र व शारदीय नवरात्रि में बेटियों का डिलीवरी खुद खर्च उठाता है अस्पताल
अस्पताल संचालक ऋषि बंड ने बताया कि, हमारा मुख्य उद्देश्य 'बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ और बेटियों को सम्मान है, इसलिए हमने चैत्र और शारदीय नवरात्रि में जन्म लेने वाली बेटियों के मां-बाप से डिलीवरी खर्च खुद उठान की योजना चला रहे हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में पिछले तीन वर्षों से नवरात्रि के समय उक्त योजना चला रही है.
तीन वर्षों में 14 परिवार उठा चुके हैं अस्पताल में मुफ्त डिलीवरी का लाभ
रिपोर्ट के मुताबित चैत्र और शारदीय नवरात्रि में मुफ्त डिलीवरी योजना के पिछले तीन वर्षों के अंतराल में अभी तक अस्पताल में मुफ्त डिलीवरी की योजना का लाभ 14 परिवार ले चुके हैं. अस्पताल संचालक के मुताबिक इस बार भी नवरात्रि में अगर कोई भी कन्या अस्पताल में जन्म लेती है तो उसका कोई खर्च नहीं लिया जाएगा.
3 अक्टूबर से शुरू होकर 11 अक्टूबर को समाप्त होगा शारदीय नवरात्रि
गौरतलब है शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू होकर 11 अक्टूबर को समाप्त होगा. शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा को लेकर पूरे देश के मंदिरों में भक्तों को रैला लगा हुआ है. शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा होती है. प्रतिपदा के दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना करते हैं और नवमी यानी समापन के दिन मां सिद्धिदात्री की आराधना की जाती है.