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सराहनीय पहल: तपती धूप में पर्यावरण बचाने के लिए करते है संघर्ष, पौधों को सूखने से हैं बचाते

MP News: विदिशा में एक ऐसा भी व्यक्ति है जो तपती गर्मी में खुद संघर्ष करके पेड़-पौधों की जान बचात है... पर्यावरण बचाने वाले इस सख्स की बहुत खास है कहानी..

सराहनीय पहल: तपती धूप में पर्यावरण बचाने के लिए करते है संघर्ष, पौधों को सूखने से हैं बचाते
पर्यावरण को लेकर बहुत सजग है विदिशा के असीम शर्मा

Vidisha Viral Man: देश भर में अक्सर समाज सेवा (Social Service) के कई किस्से देखें और सुने जाते हैं. लोग अपना पूरा जीवन दूसरे के लिए समर्पित कर देते हैं. लेकिन, आज हम आपको बताने जा रहे है विदिशा (Vidisha) जिले से ऐसी ही एक कहानी के बारे में, जो तपती धूप में पर्यावरण बचाने (Save Environment) को लेकर संघर्ष करता दिखाई देता है. मकसद है शहर में लगे छोटे पौधे गर्मियों में सुख न जाए, इसलिए उनमें नियमित रूप से पानी डालते रहना.. असीम शर्मा (Asim Sharma) खुद तेज धूप में अपनी मॉडिफाइड बाइक (Modified Bike) पर घुम-घुमकर सड़क किनारे लगे पेड़-पौधों में पानी डालते नजर आते है. वह अपना सारा दर्द और कष्ट भूलकर पर्यावरण की रक्षा के लिए पूरे दिन लगे रहते है.

पर्यावरण रक्षा के लिए है सजग

इतनी भीषण गर्मी की तपती दोपहर में जब आसमान से आग बरस रही है और पारा लगभग 43 डिग्री तक पहुंच गया है, उस समय असीम शर्मा आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध और ठंडी हवा मिल सके इसके लिए अपने लगाए पेड़ों में लगातार पानी दे रहे है. इन्हें ऐसा करते देख लोग हैरत में पड़ जाते है क्योंकि इन्होंने अपनी बुलेट मोटर साइकल को पानी के टैंकर में बदल दिया है.

तेज धूप में पौधों को पानी देते असीम

तेज धूप में पौधों को पानी देते असीम

उन्होंने अपनी बुलेट को तिपहिया करवाकर उसमें 300 लीटर की टंकी फिट करवा ली है. साथ ही उन्होंने टंकी के आसपास 50-50 लीटर के बड़े-बड़े कंटेनर में पानी भरकर रख लिए है. दोपहर 3 बजे के आसपास यह पौधों में पानी देने निकल पड़ते है. सड़क पर लगे पेड़-पौधों और सूख रहे पेड़ों में भी यह पानी देते है.

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सड़क बनने के उपलक्ष में लगाए थे पेड़

प्रशासन सड़क बनाने के लिए पेड़ काटकर भुल गई. तब असीम ने नव निर्मित सड़क के दोनों तरफ पेड़ लगाए और आज तेज धुप में भी उनमें पानी देते है. इनका दावा है कि इन्होंने शो पीस पेड़ों की बजाय पर्यावरण को शुद्ध करने वाले पेड़ लगाए है. इनका कहना है कि बजाय प्रशासन को दोष देने के हमें भी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए .

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