
Sehore News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीहोर जिला अस्पताल (Sehore District Hospital) में ओपीडी पर्चा बनवाने के लिए लागू की गई टोकन व्यवस्था (Token System) से मरीज और उनके परिजन काफी परेशान हैं. इस प्रक्रिया में काफी समय लग जाता है. इस दौरान मरीज की हालात और भी बिगड़ने लगती है और यहां पर रोजाना पर्चे के लिए लंबी-लंबी लाइन लग रही हैं. ऐसे में टोकन व्यवस्था का लोग विरोध कर रहे हैं और इसे बंद कर सीधे पर्चा बनवाने की मांग कर रहे हैं. बीमार, बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे यहां काफी देर तक खड़े रहते हैं.

सीहोर जिला अस्पताल में मरीजों को हो रही परेशानी
व्यवस्थाओं की भी भारी कमी
दरअसल, जिला अस्पताल सीहोर में टोकन व्यवस्था के माध्यम से मरीजों के ओपीडी पर्चे बनाए जाते हैं. लाइन में लगी बुजुर्ग जम्मा बाई का कहना है कि इस प्रक्रिया में मरीजों को काफी देर यहां खड़ा रहना पड़ता है. वे परेशान होते हैं और उनका समय भी बर्बाद होता है. जमोनिया गांव की रश्मि चौहान ने कहा कि मरीज को पहले अपने मोबाइल से बारकोड स्कैन करना होता है, फिर मोबाइल पर ओटीपी आता है, फिर टोकन बनाया जाता है. इस प्रक्रिया से मरीज और उनके परिजन परेशान हैं.
टोकन व्यवस्था को बंद करने की मांग
जिला अस्पताल में जारी टोकन व्यवस्था को बंद कर सीधे पर्चे बनाने की बात को लेकर कई समाजसेवी संगठन और पीड़ित लोग अपनी शिकायत भी अस्पताल प्रबंधन से दर्ज करा चुके हैं. जिला कलेक्टर बाला गुरू से भी लोगों ने इसकी शिकायत की है. अस्पताल के निरीक्षण के दौरान मरीज और उनके परिजन भी इस समस्या को लेकर व्यवस्था में बदलाव की मांग की गुहार लगा चुके हैं.
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सिविल सर्जन ने मामले को लेकर ये कहा
मरीजों की परेशानी को लेकर जिला अस्पताल, सीहोर के सिविल सर्जन डॉ. प्रवीर गुप्ता का कहना है कि मरीजों का रिकॉर्ड रखने के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत यह व्यवस्था बनाई गई है. लेकिन, इसके विरोध में काफी शिकायत मिल रही है. इसको लेकर प्रबंधन विचार कर रहा है.
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