
Sawan Mahina 2025: सावन मास में भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व माना जाता है. यही वजह है कि इस अवसर पर विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में बड़ी संख्या श्रद्धालु पहुंचते है. इसलिए शुक्रवार से श्रावण मास शुरू होते ही तड़के से ही महाकाल मंदिर में लंबी कतारें नजर आने लगीं.
बड़ी संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालु
ऐसे तो महाकाल के दर्शन के लिए देश भर से प्रतिदिन करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु आते हैं. लेकिन श्रावण मास में यह संख्या काफी बढ़ जाती है. इसका प्रत्यक्ष प्रमाण शुक्रवार सुबह महाकाल मंदिर में देखने को मिला. यहां तड़के से महाकाल लोक में सैकड़ों श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए कतार में लगे नजर आए. हालांकि बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना के चलते प्रशासन ने पहले से ही पुख्ता इंतजाम कर रखे थे, जिसके कारण श्रद्धालुओं को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा.
भस्म आरती दर्शन के लिए 24 घंटे की कतार
सावन मास की भस्म आरती दर्शन के लिए भी श्रद्धालु लालायित रहते है. इसलिए दर्जनों श्रद्धालु गुरुवार सुबह से ही शुक्रवार की भस्म आरती बुकिंग के लिए बैठ गए. हालांकि सीमित संख्या के कारण सभी को यह अवसर नहीं मिल पाया ओर उन्होंने चलित भस्म आरती के दर्शन से संतोष करना पड़ा.
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ऐसे हुई आज की भस्म आरती
श्रावण मास में की पहली भस्म आरती पर प्रतिदिन की तरह 3 बजे मंदिर के द्वार खुलने के बाद पुजारी ने सभा मंडप में वीरभद्र जी के कान में स्वस्ति वाचन कर घंटी बजाते हुए आज्ञा लेकर सभा मंडप वाले चांदी के पट खोला.इसके बाद गर्भगृह के पट खोलकर पुजारी ने भगवान का श्रृंगार उतार कर दूध, दही, घी, शक़्कर शहद फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन के बाद कर्पूर आरती कर बाबा महाकाल का राजा स्वरूप दिव्य श्रृंगार किया. इस दौरान नंदी जी का भीस्नान, पूजन किया.इस दौरान करीब हजारों श्रद्धालुओं ने भस्म आरती के दर्शन किए.
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