Madhya Pradesh News: कहते हैं कि जब सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोलता है तो इंसान को गरीब की मजबूरी नहीं... सिर्फ अपना अहंकार नजर आता है. जिसकी एक जीती जागती तस्वीर मध्य प्रदेश के विदिशा सामने आई है. यहां दुर्गा नगर चौराहे पर एक गरीब महिला अपने परिवार का पालन-पोषण के लिए हर रोज सड़क किनारे ठेला लगाती है. इस ठेले पर वो पराठे बनाती है और उसी मेहनत से घर का खर्च चलाती है… यही उसका एकमात्र रोजगार है. वहीं इसी ठेले पर वार्ड नंबर 28 की निर्वाचित पार्षद के पिता संजय अग्रवाल पहुंचते हैं और वो उससे फ्री में परांठे मांगते हैं. जब महिला ने दाम बताकर रुपये मांगे तो विवाद बढ़ गया. इतना ही नहीं गुस्से में नेता जी ने ठेले को “अतिक्रमण” बताकर इसे हटा दिया.
महिला का आरोप- 'जबरन बंद करवा दी दुकान'
दरअसल, महिला जब नेता जी पैसे लेने की बात कही, तो यह बात उन्हें नागवार लगी. आरोप है कि इस विवाद के बाद संजय अग्रवाल ने ठेले को “अतिक्रमण” बताकर इसे हटा दिया और उसकी दुकान जबरन बंद करवा दी गई.
महिला का कहना है कि जब उसने पराठे की कीमत बताई और पैसे लेने की बात कही, तो यह बात उन्हें नागवार गुजरी. इसके बाद संजय अग्रवाल ने ठेले को “अतिक्रमण” बताकर हटवा दिया और उसकी दुकान जबरन बंद करवा दी गई.
महिला का कहना है कि वह सिर्फ मेहनत करके अपना जीवन चलाना चाहती है और उसे बिना किसी डर के अपना काम करने की इजाजत मिलनी चाहिए.
अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
मौके पर मौजूद लोगों ने वीडियो बना लिया और इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया... कुछ ही घंटों में ये वीडियो वायरल हो गया. वीडियो में देखा जा सकता है कि सड़क किनारे ठेला लगाने वाली एक महिला से एक स्थानीय जनप्रतिनिधि के पारिवारिक प्रतिनिधि का विवाद हो जाता है. यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है.
वीडियो वायरल होने के बाद नेता जी अब सफाई दे रहे है कि वो वीडियो में लोगों को समझा रहे हैं... लेकिन एक भीड़ ने नेता जी का सत्ता का नशा ओर नाश्ते में परांठे का भूत उतार दिया, क्योंकि यह पब्लिक है सब जानती है...
ये भी पढ़ें: बलौदा बाजार में धान खरीदी: 28000 किसानों ने बेचा 15 लाख क्विंटल से अधिक धान, समितियों ने पार की बफर लिमिट