Khargone News : मध्यप्रदेश के सनावद का रेलवे स्टेशन (Sanawad railway station) बनने के 3 साल के अंदर ही खंडहर बन गया है. इसका न तो रखरखाव हुआ और न ही रेलों का संचालन शुरू हो पाया है. करोड़ों की लागत से बने इस स्टेशन की दुर्दशा के भ्रष्चाटार को जिम्मेदार माना जा रहा है. स्थानीय लोग का आरोप है कि इसके निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है.
लोगों ने शुरू की रेल लाओ आंदोलन
नगर विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र पलौड ने बताया कि रेल संचालन के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. कई बार आवेदन भी दिया है, लेकिन कोई सकारात्मक हल नहीं निकल पाया है. उन्होंने बताया कि 2017 में मीटर गैस से ब्रॉड गेज परिवर्तन को लेकर रेलवे ने सनावद रेलवे स्टेशन को बंद किया था. पुराने स्टेशन को डिस्मेंटल करना है. यहां स्टेशन बना है, तभी से हम रेल लाओ आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन कोई इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
साल 2021 में बनाया था स्टेशन
बता दें कि इंदौर से खंडवा के बीच का ट्रैक संचालित हो जाता है, तो उत्तर से दक्षिण भारत की ओर जाने की दूरी कम हो जाएगी. रेलवे ने साल 2021 को ही निर्माण काम पूरा कर लिया था और यह तय किया गया था कि जल्द ही रेल का संचालन शुरू हो जाएगा, लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद भी ऐसा अब तक नहीं हुआ है. वहीं, संचालन से पहले ही रेलवे स्टेशन की दीवारों से प्लास्टर उखड़ने लगा हैं.
रेल मंत्री से भी मिलकर की थी मांग
नगर विकास संघर्ष समिति के जाकिर हुसैन ने बताया कि रेल संचालन को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भी मिलने दिल्ली तक गए थे. उनसे इस ट्रैक और भवन की गुणवत्ता के बारे में चर्चा हुई थी. इसके साथ ही रेल संचालन शुरू करने की मांग भी हुई थी. उन्होंने भी आश्वासन दिया था कि जल्द ही रेल शुरू की जाएगी. इस बीच रेलवे के चीफ इंजीनियर ने दोबारा सीआरएस किया और आश्वस्त किया था कि हफ्तेभर के अंदर रेल का संचालन शुरू हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
3 सालों में ऐसी हुई हालत
रेलवे स्टेशन और भवन को बने अभी 3 साल ही हुए हैं, लेकिन इसकी हालत बेहद खराब हो गई. दीवारों से प्लास्टर उखड़ गई हैं, साफ़- सफाई का अभाव है. ऐसे में नया बना यह रेलवे स्टेशन खंडहर की तरह दिख रहा है. नगर विकास संघर्ष समिति के भूपेंद्र त्रिपाठी, प्रीतेश कानूनगो ने रेलवे पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि रेलवे अफसरों ने निर्माण के वक़्त गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा. इसकी वजह से पूरा स्टेशन खंडहर बन गया है. इसकी जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
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