
Shivpuri : पीडब्ल्यूडी विभाग में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले की परतें-हर दिन खुलती जा रही है. वहीं, इस मामले में आरोपियों पर पुलिस-प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है. गुरुवार को ताजा अपडेट के मुताबिक, 7 करोड़ रुपये के वेतन घोटाले में शामिल रहने वाले पीडब्ल्यूडी विभाग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी धर्मेंद्र सिंह यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए गए. यह निलंबन के आदेश संभागीय आयुक्त कार्यालय से जारी किए गए हैं. संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने यह कार्रवाई शिवपुरी के सनसनीखेज वेतन घोटाले से जुड़े मामले में की है. इस मामले में 7 करोड़ 15 लाख 75 हजार 911 रुपए का गबन सामने आया था.
कुल 15 कर्मचारी नामजद आरोपी हैं
बता दें, वित्तीय वर्ष 18 /19 से 22 /23 के बीच यह घोटाला किया गया था. इस दौरान पांच बैंक खातों में राशि ट्रांसफर किए जाने की पुष्टि की गई है यह कार्रवाई कलेक्टर शिवपुरी की रिपोर्ट पर अंजाम दी गई है. इस मामले में पीडब्ल्यूडी विभाग के लेखा अधिकारी सहित आउटसोर्स कर्मचारी के साथ कुल 15 कर्मचारी नामजद आरोपी है.
गंभीर वित्तीय अपराध
बताना जरूरी है कि यह सनसनीखेज वेतन घोटाला मध्य प्रदेश कोषालय संहिता 2020 वित्तीय संहिता और IF-MIS नियमों का सीधा-सीधा उल्लंघन है, जो की गंभीर वित्तीय अपराध है. इस मामले में निलंबित किए गए मुख्य कार्यपालन अधिकारी धर्मेंद्र सिंह को निलंबन अवधि के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय में अटैच किया गया.
आयुक्त के माध्यम से उजागर किया गया था केस
इस मामले में जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक अन्य कर्मचारियों पर भी इस मामले की गाज गिरना तय है और उनके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई के साथ पुलिस कार्रवाई तेजी के साथ अंजाम दी जा रही है. यह मामला भोपाल कोष आयुक्त के माध्यम से उजागर किया गया था और अब इसमें प्रशासनिक और पुलिस कार्रवाई तेज हो गई है.
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