Pradhan Mantri Janjati Adivasi Nyaya Maha Abhiyan: बीते दिनों मध्य प्रदेश के शिवपुरी से कुछ तस्वीरें आयीं, जिसमें लोगों के हाथों में ढेर सारे नोट दिख रहे थे. पड़ताल करने पर पता लगा कि ये तो रिश्वत के रुपए हैं जो चौपाल लगाकर वापस किए गए है. देखने और सुनने में काफी अजीब लग रहा होगा लेकिन ये सच है कि जो पैसों वाली जो तस्वीरें वायरल हो रही थीं वे आवास के बदले मांगी गईं रकम थीं. आइए NDTV की टीम आपको ग्राउंड जीरो की वास्तविक रिपोर्ट दिखाती है.
इस गांव में बनाए जा रहे हैं PM JANMAN के तहत आवास
रिश्वत के पैसे लौटाने के मामले में एनडीटीवी ग्राउंड जीरो पर पहुंची. ये मामला शिवपुरी जिले के खजूरी ग्राम पंचायत का है, जहां प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना के तहत सरपंच पति और पंचायत सचिव ने जमकर भ्रष्टाचारी की थी. हम आदिवासी बस्ती में उस चौपाल पर पहुंचे जहां पैसे लौटाए गए थे.
क्या आरोप लगाए गए?
आदिवासियों ने साफ तौर पर कहा कि किसी से 15000 किसी से 20000 किसी से 30000 और किसी से ₹40000 की रिश्वत मांगी गई. वहीं जब हम संगठित होकर शिकायत करने कोतवाली पहुंचे और शासन तक अपनी बात पहुंचायी तो इस पर डर के मारे सेक्रेटरी व सरपंच के पति और दलाल ने मिलकर इसी चौपाल पर पैसे लौटा दिए.
इनको वापस मिली रिश्वत की रकम
►दीपा आदिवासी को ₹20000 की रकम वापस
►रामवती आदिवासी को ₹25000 की रिश्वत वापस
►नीलम आदिवासी को ₹10000 वापस किए
►प्रकाश आदिवासी को ₹20000 की रकम वापस
►आरंभिक आदिवासी को ₹20000 की रकम वापस
►अनारकली आदिवासी को ₹10000 की रकम वापस
►सुनील आदिवासी के ₹30000 की रकम वापस
►सीमा आदिवासी मिली ₹20000 की रकम वापस
►काजल आदिवासी मिली ₹20000 की रकम वापस
►इंद्र आदिवासी को ₹20000 की रकम वापस
►सोमवती आदिवासी को ₹15000 की रकम वापस
►दिलीप आदिवासी को ₹20000 की रकम वापस
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