पूरनलाल चौधरी के परिजन ने दी अंगदान की जानकारी
Jabalpur News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर जिले में मानवता की मिसाल पेश करते हुए भेड़ाघाट निवासी 54 वर्षीय पूरनलाल चौधरी, जो बिल्डिंग मजदूर का काम करते थे, उनके अंगदान (Organ Donation) ने कई जरूरतमंद मरीजों को नया जीवन दिया है. नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती पूरनलाल का इलाज के दौरान ब्रेनडेड घोषित किया गया है. चिकित्सकों की प्रेरणा और परिवार की सहमति से बुजुर्ग के अंगदान की प्रक्रिया पूरी की गई. एक किडनी जबलपुर के निजी अस्पताल और दूसरी किडनी एयर एंबुलेंस से इंदौर के हॉस्पिटल भेजी गई. वहीं, लिवर को भोपाल भेजने की तैयारी की गई.
बनाए गए खास ग्रीन कॉरिडोर
इस खास ऑर्गन डोनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन की मदद से शहर में दो ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए. इसमें NSCB मेडिकल कॉलेज से जबलपुर के एक निजी अस्पताल और NSCB मेडिकल कॉलेज से डुमना विमानतल तक इंदौर जाने के लिए बनाया गया है. इन ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से एक किडनी जबलपुर के निजी अस्पताल और दूसरी किडनी एयर एंबुलेंस से इंदौर के हॉस्पिटल भेजी गई. वहीं, लिवर को भोपाल भेजने की तैयारी की गई.
दिखाई मानवता की मिसाल
पूरनलाल चौधरी घर पर हुए हादसे में घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें मेडिकल के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती किया गया. डॉक्टरों ने इलाज के दौरान ब्रेनडेड घोषित किया. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने परिवार को अंगदान के लिए प्रेरित किया, जिसपर परिवार ने सहमति जताते हुए बड़ा निर्णय लिया. ऑर्गन ट्रांसपोर्टेशन के लिए ग्रीन कॉरिडोर तैयार करने में पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम रातभर सक्रिय रही. अधिष्ठाता डॉ. नवनीत सक्सेना ने जानकारी दी कि जबलपुर, भोपाल और इंदौर के मरीजों से संपर्क किया गया, जिसके बाद अंगदान की प्रक्रिया पूरी की गई.
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दूसरा सफल ऑर्गन डोनेशन
यह जबलपुर मेडिकल कॉलेज का इस साल का दूसरा सफल ऑर्गन डोनेशन है. बता दें कि इससे पहले 23 जनवरी को भी ब्रेनडेड मरीज के अंग भोपाल और इंदौर भेजे गए थे. पूरनलाल चौधरी के इस महादान ने कई मरीजों को नया जीवन देने का कार्य किया है. उनका यह कदम समाज में अंगदान के प्रति जागरूकता और प्रेरणा का संदेश देता है.
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