
E-Uparjan Portal: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एनडीटीवी की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है. जबलपुर (Jabalpur) जिले में किसानों के नाम पर फर्जी सिकमी बनाकर करोड़ों रुपये के मूंग घोटाले का पर्दाफाश सबसे पहले एनडीटीवी ने किया था. पडरिया गांव पहुंचकर एनडीटीवी ने किसानों से बातचीत की और जमीनी हकीकत उजागर की थी. खबर प्रसारित होने के बाद जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच कमेटी गठित की. एसडीएम शहपुरा की अध्यक्षता में बनी इस जांच कमेटी ने 64 एमएलटी वेयरहाउस मजीठा में मूंग और उड़द के उपार्जन कार्य की गहन जांच की.

मूंग घोटाला मामले में बड़ा एक्शन
स्पेशल टीम की जांच में बड़ा खुलासा
गठित स्पेशल टीम की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने साजिश रचकर ई-उपार्जन पोर्टल पर 2,187 क्विंटल मूंग और उड़द की अतिरिक्त एंट्री कर दी थी. ऑनलाइन रिकॉर्ड में 12,928 क्विंटल मूंग और 8,736 क्विंटल उड़द की खरीदी दर्ज थी, लेकिन भौतिक सत्यापन में गोदाम में वास्तविक मात्रा काफी कम पाई गई. इस फर्जीवाड़े से सरकार को मूंग में 1,67,90,988 रुपये और उड़द में 18,72,200 रुपये, यानी कुल 1,86,63,188 रुपये का नुकसान हुआ.
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आरोपियों की गिरफ्तारी में पुलिस
जांच रिपोर्ट में भारी अनियमितताएं साबित होने के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी है. पुलिस अब आरोपियों की गिरफ्तारी की तैयारी कर रही है. इस कार्रवाई से किसान संघ और स्थानीय किसान बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि एनडीटीवी की वजह से यह घोटाला सामने आया और अब दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जगी है.
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