
Heatwave In Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में गर्मी लगातार रिकॉर्ड तोड़ रही है. वहीं प्रदेश के अधिकांश शहर गर्म हवाओं की लपटों में है. इस बीच गुना, रतलाम और नर्मदापुरम जैसे शहरों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया. मौसम विभाग ने प्रदेश के कई इलाकों में हीट वेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
वहीं राजस्थान से आ रही सूखी गर्म हवाओं और तेज सोलर रेडिएशन से मध्य प्रदेश में तपिश और बढ़ने के आसार हैं.
इन जिलों के लिए IMD ने जारी किया हीट वेव का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने अशोकनगर, गुना, रतलाम, मंदसौर और नीमच में हीट वेव का ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है. इसके अलावा भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत 30 जिलों में लू का अलर्ट जारी किया गया है. बता दें कि यह पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सरकुलेशन के कारण हो रहा है.
क्यों MP में बढ़ रहा तापमान?
वर्तमान समय में एक ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तर पूर्वी झारखंड की ओर सक्रिय है. इसके साथ ही एक अन्य ट्रक लाइन उत्तर मध्य महाराष्ट्र से होते हुए कर्नाटक की ओर गुजर रहा है. वहीं राजस्थान की सीमा से लगे हुए जिलों में भी तापमान में लगातार इजाफा देखा जा रहा है.
गुना में तापमान 43 डिग्री के पार
बीते दिन यानी मंगलवार को गुना में सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया. यहां का तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं रतलाम और नर्मदा पुरम में तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान में 22.4 डिग्री रहा.
बता दें कि मध्य प्रदेश के अधिकांश शहर गर्म हवाओं की लपटों से जूझ रहे हैं. चिलचिलाती धूप के चलते दिनभर सड़कें सूनी पड़ गई. वहीं लोगों को घरों से निकलना काफी मुश्किल हो गया है.
क्या होती है लू या हीट वेव?
मैदानी क्षेत्र में जब भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो जाता है तब लू या हीट वेव (Loo or Heat Wave) का असर दिखने लगता है. मौसम विज्ञानिकों के मुताबिक, जब मैदानी इलाकों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक और पहाड़ी क्षेत्रों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो लू चलने लगती है. वहींं अत्यधिक गर्म मौसम की अवधि को हीट वेव कहते हैं और यह स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती है.
हीट वेव से बचने के लिए ध्यान रखें ये बातें
1. एसी से निकलकर सीधे गर्म धूप में न निकलें. अगर आप एसी से निकलकर सीधे गर्म जगह में जाएंगे तो इससे आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. अगर आपको एसी से अगर बाहर धूप या गर्मी में निकलना है तो पहले एसी को बंद कर दें और जब शरीर का तापमान सामान्य हो जाए, तो एसी रूम से बाहर निकलें.
2. धूप से आकर कभी भी तुरंत ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए. अगर आपको प्यास लग रही है तो धूप से आने के बाद हमेशा नॉर्मल पानी पिएं. जब शरीर ठंडा हो जाए तब भी ठंडा पानी पिएं.
3. लू की चपेट में आने से बचने के लिए कोशिश करें कि आप दोपहर की धूप में बाहर न निकलें. अगर आपको धूप में निकलना पड़ रहा है तो अपने सिर को सूती कपड़े से ढ़ककर निकलें. इसके अलावा आप हल्के रंग के आरामदायक कपड़े पहनें.
4. लू से बचने के लिए शरीर को हमेशा हाइड्रेट रखें. महिलाओं को हर दिन 2.7 लीटर और पुरुषों को हर दिन 3.7 लीटर पानी पीना चाहिए. इसके साथ ही नींबू पानी, आम पन्ना, जूस, नारियल पानी, गन्ना का रस का सेवन करें.
5. गर्मी के मौसम में डायरिया और टाइफाइड होने का डर हमेशा रहता है. ऐसे में आप इस मौसम में साफ और शुद्ध पानी पिएं.