MP Vidhan Sabha News: मध्यप्रेश विधानसभा (MP Vidhan Sabha) शीतकालीन सत्र (Winter Session) के दूसरे दिन विपक्ष किसानों के मु्दों को लेकर हावी दिखा. कांग्रेस ने कहा कि किसानों के सम्मान में, कांग्रेस मैदान में. कृषि मंत्री और भाजपा सरकार किसानों को किसान तक नहीं मानते. मुँह छुपाने के प्रयास में अन्नदाता की पहचान से ही इंकार कर दिया गया. यह जन-विरोधी सरकार मुद्दे बदलती है, निर्णय नहीं करती. वहीं सदन में मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री अचानक बेहोश हो गए. उसके बाद विधानसभा में तुरंत एंबुलेंस पहुंची.
मध्यप्रेश विधानसभा शीतकालीन सत्र - 02 दिन
— Umang Singhar (@UmangSinghar) December 2, 2025
आज विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस विधायक दल ने प्रदेश के किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए, किसान-विरोधी भाजपा सरकार के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन किया।
प्रदेश का किसान कभी खाद के लिए, कभी खरीदी के उचित मूल्य के लिए, तो कभी… pic.twitter.com/AzKbaCRK2h
कांग्रेस का हंगामा
विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस विधायक दल ने प्रदेश के किसानों के हितों और अधिकारों की रक्षा के लिए, किसान-विरोधी भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार सांकेतिक प्रदर्शन किया. कांग्रेस ने कहा कि भाजपा सरकार चुनावी वादों में बड़ी-बड़ी बातें करती है,लेकिन किसानों को लगातार ठगती रही है. “सबका साथ,सबका विकास” सिर्फ राजनीतिक मंचों तक सीमित रह गया है,जबकि ज़मीनी हकीकत यह है कि किसान आज सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर हैं. किसानों के सम्मान और अधिकारों की लड़ाई में कांग्रेस विधायक दल पूरी ताकत से मैदान में खड़ा है और किसानों के हक़ के लिए संघर्ष करता रहेगा.
उमंग सिंघार ने कहा कि "आज विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस विधायक दल ने प्रदेश के किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए, किसान-विरोधी भाजपा सरकार के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन किया. प्रदेश का किसान कभी खाद के लिए, कभी खरीदी के उचित मूल्य के लिए, तो कभी मुआवज़े के लिए दर–दर भटकने को मजबूर है. प्रदेश का अन्नदाता आज बेबस होकर सड़कों पर आंदोलन करने को विवश है. सत्ता-धारी भावांतर का झुनझुना बजाते रहे और किसानों के खेत भाजपा सरकार रूपी चिड़िया चुग गई."
कृषि मंत्री की तबियत खराब
मध्य प्रदेश विधानसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना को चक्कर आ गया. उनके बेहोश होने के चलते कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी. वहीं मुख्यमंत्री जब सदन में प्रवेश कर रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि कंसाना बेहोश हैं. वे तुरंत कंसाना के पास गए. इसके बाद स्पीकर और बाकी लोग वहां पहुंचे. उसके बाद एंबुलेंस पहुंची.
यह भी पढ़ें : Mohan Sarkar Ke 2 Saal: MP में मोहन सरकार के दो साल, समीक्षा बैठक में CM मोहन लेंगे मंत्रियों से लेखा-जाेखा
यह भी पढ़ें : MP खाद संकट: सिंधिया के दौरे का असर, खाद वितरण केंद्रों की संख्या 33 हुई अब मिलेंगे यूरिया के 10 बैग
यह भी पढ़ें : WPL 2026: क्लास बंक कर पुलिस के साथ खेला क्रिकेट; अब MP की क्रांति पर यूपी वॉरियर्स ने लगाया 50 लाख का दांव
यह भी पढ़ें : Devdutt Pattanaik: "आज शंका करें तो एंटी नेशनल..." मायथोलॉजी के पीछे का तर्क... विश्वरंग में देवदत्त पटनायक