Gwalior News: मध्य प्रदेश हाईकोर्ट (Madhya Pradesh High Court) की ग्वालियर खंडपीठ (Madhya Pradesh High Court Gwalior Bench) में 12 अप्रैल शुक्रवार को ग्वालियर शहर (Gwalior City) की जीवनदायनी स्वर्णरेखा नदी (Swarnarekha River) के बहुचर्चित मामले में सुनवाई हुई है. इस दौरान हाईकोर्ट की डबल बेंच के जस्टिस रोहित आर्य ने साफ शब्दों में कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि जिस तरह का रवैया नगर निगम (Nagar Nigam Gwalior) के अफसरों का है, उसके बाद वे अब ये मामला वो सीबीआई (CBI) को सौंप देंगे. कोर्ट ने यह भी कहा कि इसके साथ ही पूरी वर्किंग के खिलाफ सीबीआई जांच (CBI Investigation) में आपका पूरा रिकॉर्ड भी सीज करवा दिया जाएगा.
MP News: ग्वालियर की स्वर्णरेखा नदी के हालात
कोर्ट ने जेल भेजने की भी बात कही
कोर्ट ने कहा कि नगर निगम (Gwalior Municipal Corporation) के अफसर मेरे धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं. निगम के आधिकारी (Nagar Nigam Officer) हाईकोर्ट (High Court) में आकर झूठ बोल रहे हैं, सबको जेल भेज दूंगा. ऐसा लगता है, जैसे स्वर्ण रेखा के नाम पर सारा पैसा कुएं में डाल दिया है.
करोड़ों रुपए खर्च फिर भी हालात बेहाल
ग्वलियर के बीचोंबीच स्थित स्वर्णरेखा नदी के नाले में तब्दील होने के बाद इसके सौंदर्यीकरण के नाम पर अब तक सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए हैं, लेकिन इसकी हालत बद से बदतर हो रही है. इस मामले को लेकर हाईकोर्ट के ग्वलियर खंडपीठ में बीते छह महीने से सुनवाई चल रही है. इस दौरान नगर निगम अब तक अपनी कार्रवाई से कोर्ट को संतुष्ट नहीं कर पा रहा है. जिसके कारण उसको फटकार लग रही है. साथ ही मामला सीबीआई को सौंपने तक की नौबत आ गयी है.
यह भी पढ़ें :
** सावधान! खेलते वक्त बच्चे ने खाई इमली, फेफड़ों में फंसा बीज, ऑपरेशन कर डॉक्टर ने ऐसे बचाई जान
** आधुनिक खेती: छत्तीसगढ़ के किसान ने उगाए पीले तरबूज, कृषि विशेषज्ञ से जानिए इसके फायदे