
MP Election 2023: मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान के बाद सभी की नजर अब चुनाव परिणामों (Election Results) पर है. 3 दिसंबर को चुनाव नतीजे आने वाले हैं. पार्टी इसके लिए तैयारी में जुटी है. लेकिन इससे पहले ही कांग्रेस (Congress) अपने नाराज नेताओं को मनाने की भी कोशिश में है. कांग्रेस अपने नेताओं को मनाने के लिए चुनाव नतीजों का भी इंतजार नहीं कर रही है. इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने प्लान तैयार किया है. इसके तहत प्रदेश में 10 दिनों के अंदर 4 नेताओं को पार्टी पदाधिकारी बनाया है.
कांग्रेस ने चार नेताओं को बनाया प्रदेश महासचिव
कांग्रेस में चार नेताओं को प्रदेश महासचिव पद पर नियुक्त किया गया है. प्रभुदयाल जौहरे को ग्रामीण जिला अध्यक्ष पद से मुक्त किया गया था. इसके बाद से विरोध शुरू हो गया था. लेकिन अब प्रदेश नेतृत्व ने उन्हें महासचिव बनाया गया है. हालांकि, पहले इसके लिए चुनाव परिणाम का इंतजार किया जा रहा था. लेकिन अब नतीजों का इंतजार नहीं किया गया है.
कांग्रेस ने क्यों किया फैसला
कांग्रेस ने नाराज नेताओं को मनाना ज्यादा अच्छा समझा है. क्योंकि, अगर प्रदेश इकाई में कांग्रेस नेता नाराज होंगे तो नतीजों के बाद इसका खामियाजा भी भुगता जा सकता है. एमपी में कांग्रेस पहले से ही किसी भी तरह के टूट के लिए सजग है.
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टिकट नहीं मिलने से थे नेता नाराज
चुनाव में टिकट बंटवारे के वक्त कई बड़े नेताओं का भी टिकट काटा गया था. इस वजह से विरोध प्रदर्शन भी किया गया था. टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं और उनके समर्थकों को शांत करने के लिए उस वक्त जल्द ही उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देने का वादा किया था. कुछ को तो तत्काल प्रभाव से नियुक्त किया गया था. वहीं कुछ को अब मनाने के लिए जिम्मेदारी दी जा रही है.
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