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शिक्षा विभाग का कारनामा, MP से बिहार चली गई लैपटॉप की 25000 राशि, अब कलेक्टर साहब से गुहार लगा रही मुस्कान

Madhya Pradesh News: कलेक्टर साहब मैं मेधावी छात्रा हूं... ये गुहार शिवपुरी की छात्रा मुस्कान की है. शिक्षा विभाग की लापरवाही की वजह से मेधावी छात्रा को मिलने वाली लैपटॉप की राशि बिहार चली गई.

MP Laptop Yojana: कलेक्टर साहब मैं होनहार छात्रा हूं... मध्य प्रदेश सरकार ने मुझे मेधावी छात्र होने का गौरव प्रदान करते हुए लैपटॉप के लिए 25000 रुपये की राशि आवंटित की थी, लेकिन मेरे पास यह राशि नहीं आ सकी. यह राशि मेरे नाम से आवंटित तो हुई, लेकिन मध्य प्रदेश से बिहार चली गई. आप वापस दिलवा दो ना साहब... 

शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही

यह गुहार मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की रहने वाली 12वीं कक्षा की मेधावी छात्र मुस्कान कुशवाहा की है. उसे लैपटॉप खरीदने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने 25000 रुपये दिए, लेकिन शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही के कारण यह राशि उसके खाते में न जाकर बिहार के किसी अन्य व्यक्ति के खाते में चली गई और अब वो अपनी इस राशि को वापस लेने के लिए पिछले 3 महीने से शिक्षा विभाग सहित जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय की चक्कर काट रही है.

मध्य प्रदेश से बिहार चली गई लैपटॉप की राशि

मध्य प्रदेश शासन की लैपटॉप योजना में एक प्रशासनिक चूक के कारण शिवपुरी की मेधावी छात्रा मुस्कान को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि बिहार के एक व्यक्ति के खाते में जमा कर दी गई, जिसकी वजह से छात्रा को उत्कृष्ट अंकों के लिए मिलने वाली 25 हजार रुपये की राशि से वंचित होना पड़ा है.

पीड़ित छात्रा और उसके पिता पिछले 3 महीने से इसकी शिकायत कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई. हालांकि इसके बाद मंगलवार को जनसुनवाई कार्यक्रम में ये दोनों अपना आवेदन लेकर कलेक्टर से फरियाद करने पहुंचे.

पीड़ित छात्रा ने मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर के सामने अपनी शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया कि योजना के तहत मिलने वाली राशि गलती से किसी अन्य व्यक्ति के खाते में भेज दी गई है, जो मध्य प्रदेश का रहने वाला नहीं, बल्कि बिहार का रहने वाला है और रकम मध्य प्रदेश से बिहार चली गई. 

12वीं की परीक्षा में 83.2 प्रतिशत अंक लाकर पास हुई थी मुस्कान

जानकारी के अनुसार, शिवपुरी की शिक्षा भारती बाल निकेतन उच्चतर माध्यमिक स्कूल की छात्रा मुस्कान कुशवाह ने साल 2023-24 में 12वीं की परीक्षा में 83.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए और मेधावी छात्र के रूप में सामने आई. जिसके बाद मध्य प्रदेश शासन की प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत 25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि आवंटित हुई, लेकिन पांच महीने पहले प्रशासनिक भूल के कारण मुस्कान कुशवाहा नाम की इस छात्रा को मिलने वाली राशि गलत खाते में भेज दी गई.

एक अंक की गलती से बिहार चली गई ये राशि

छात्रा ने बताया कि राशि के कैनरा बैंक शिवपुरी स्थित उसके अकाउंट में भेजे जाने की बजाय बिहार स्थित किसी अन्य व्यक्ति के खाते (क्र. 458110800....) में ट्रांसफर कर दी गई. छात्रा ने बताया कि मात्र एक अंक का अंतर के कारण शिक्षा विभाग से यह भूल हुई है और जिसे सुधारने के लिए मैं कई बार आवेदन दे चुकी हूं, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई.

ऐसे खुला प्रशासन की लापरवाही का राज 

अपने साथ पढ़ने वाले अन्य मेधावी छात्रों को मिलने वाली 25000 रुपये की प्रोत्साहन राशि मिल जाने के बाद मुस्कान अपनी राशि अपने खाते में आने का इंतजार कर रही थी. कई दिन बीत गए, लेकिन राशि नहीं आई... इसके बाद वो बैंक गई. बैंक पासबुक को साथ ले गई और पड़ताल की तो पता लगा कि राशि अंक की गलती के चलते किसी दूसरे के खाते में ट्रांसफर हो गई.

खाता नंबर में दो अंको की गलती कर बैठा शिक्षा विभाग

शिक्षा विभाग को देख परख कर छात्रा का दिया हुआ अकाउंट नंबर राशि ट्रांसफर करने के लिए बैंक को प्रोवाइड कराना था, लेकिन वहां दो अंकों की गलती किया गया और छात्रा के खाते में राशि जाने की बजाय बिहार पहुंच गई, जिसे वापस हासिल करने के लिए बच्ची के साथ-साथ उसके परिवार वाले परेशान हैं.

क्या बोले शिक्षा अधिकारी

शिवपुरी जिले के शिक्षा अधिकारी विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. छात्रा की राशि जल्द उसके खाते में ट्रांसफर की जाएगी. हम बैंक और खाताधारक से संपर्क करके छात्र को लैपटॉप के लिए मिली राशि वापस दिलवाएंगे, अगर  किसी तरह की कोई परेशानी आएगी तो साइबर सेल में इसकी शिकायत की जाएगी.

क्या है मध्य प्रदेश शासन की प्रतिभाशाली छात्र प्रोत्साहन योजना?

मध्य प्रदेश सरकार मेधावी छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना चलाती है, जिसका नाम 'प्रतिभाशाली छात्र प्रोत्साहन' योजना है. इस योजना के तहत मेधावी छात्रों को लैपटॉप खरीदने के लिए सरकार 25000 रुपये की राशि आवंटित करती है. इस योजना की शुरुआत मध्य प्रदेश सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साल 2009 में की थी. इस योजना के तहत 12वीं कक्षा में 75% अंक लाने वाले मेधावी छात्रों को 25000 रुपये का लाभ दिया जाता है. 

इस साल 94 हजार 234 छात्रों को दिया गया लैपटॉप की राशि

बता दें कि इस योजना को संचालित करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार पर 224 करोड़ रुपये का बोझ पड़ता है. इस योजना के तहत मध्य प्रदेश सरकार अब तक 432000 से ज्यादा छात्रों को इस योजना का लाभ दे चुकी है. वर्ष 2025 में लगभग 94 हजार 234 छात्रों को इस योजना के तहत लैपटॉप राशि का लाभ दिया गया है, जिसके लिए मध्य प्रदेश सरकार ने 235.58 करोड़ रुपये खर्च किए.

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