Content Credit: Priya Sharma
MP के इस किले से टपकता है खून! जानें खूनी दरवाजे का रहस्य
मध्य प्रदेश के चंबल के भिंड में स्थित 'अटेर का किला' ऐतिहासिक होने के साथ-साथ रहस्यमयी भी है.
इस किले में लाल दरवाजा है, जिसे खूनी दरवाजा भी कहा जाता है.
यह दरवाजा 400 साल से कई रहस्यों को छिपाए हुए है.
Image Credit: facebook/Ater-TheTownofChambal
यह दरवाजा कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को लाल से खूनी दरवाजा बन जाता था.
दरअसल, खूनी दरवाजे का रंग लाल है. वहीं इसके ऊपर वो स्थान आज भी मौजूद है, जहां से खून टपकता है.
Image Credit: facebook/Ater-TheTownofChambal
इसलिए इस दरवाजे को खूनी दरवाजा कहा जाता है.
जानकार कहते हैं कि भदावर राजा अपने शासन काल में दरवाजे के ऊपर भेड़ का सिर काटकर रखाबाते थे.
वहीं दरवाजे के नीचे एक बर्तन रखा होता था, जिसमें खून की बूंदें टपकती रहती थी.
Image Credit: facebook/Ater-TheTownofChambal
गुप्तचर राजपाट और दुश्मनों की अहम सूचनाएं लेकर भदावर राजा से मिलने जाते थे, तब वो खून से तिलक करते थे.
अटेर के किले का जिक्र महाभारत काल में भी हुआ है.
इस किले का निर्माण भदौरिया राजा बदनसिंह ने 1664 ईस्वी में करवाया था.
ये भी पढ़े:
देश का पहला होम स्टे वाला टूरिस्ट गांव सावरवानी क्यों है खास, एक दिन ठहरने का खर्च भी ज्यादा नहीं
Click Here