
Indore Metro News: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर की रफ्तार तेज करने के लिए शहर में मेट्रो सेवा की शुरुआत 31 मई को हुई थी. लेकिन, इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर में अब यात्रियों की सफर करने की रुचि कम होती जा रही है.
पिछले हफ्ते टिकट में 75 प्रतिशत छूट के बावजूद मात्र 36 हजार 55 यात्रियों ने ही सफर किया. वहीं, इस ऑफर के आखिरी दिन शनिवार को मात्र 2 हजार 518 लोगों ने ही मेट्रो की यात्रा की. अगर ऐसा ही चलता रहा तो मेट्रो ट्रेन के फेरे घटाए जा सकते हैं.
'ऑटो रिक्शा और सिटी बस से करते सवारी'
इसी को लेकर इंदौर के गांधीनगर मेट्रो स्टेशन पर एनडीटीवी की टीम ने वहां मौजूद चंद लोगों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि इंदौर सिटी से गांधीनगर मेट्रो स्टेशन यानी जहां से अधूरी इंदौर मेट्रो की शुरुआत हुई है, वह केवल 5 किलोमीटर का रूट है. ऐसे में लोगों का कहना है इंदौर से दूर होने के कारण मेट्रो से ज्यादा अब भी वे ऑटो रिक्शा और सिटी बस को तवज्जो देना पसंद करते हैं.
मेट्रो देखने के लिए आते हैं लोग
वहीं. इस मुद्दे पर जब वहां पर मौजूद सिक्योरिटी गार्ड से बीत की तो उन्होंने बताया जहां पहले फ्री टिकट होने की वजह से 20 हज़ार से भी अधिक लोग एक दिन में पहुंचते थे. वहीं अब यह आंकड़ा टिकट शुरू होने के बाद 500 से 1000 लोगों तक ही सीमित हो गया है. लोग शहर से एक घंटा ट्रेवल कर सिर्फ मेट्रो देखने पहुंच रहे हैं. इस तरह यह एक पिकनिक स्पॉट बन चुका है.
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फिलहाल, पूरे इंदौर में मेट्रो कनेक्टिविटी बढ़ाने में समय लगेगा. हालांकि, दावे यह भी किए जा रहे थे कि हर 6 महीने में एक नया स्टेशन खोला जाएगा. यह तो वक्त ही बताएगा कि ये वादा जमीन पर कितना उतरने में सफल होता है. फिलहाल, तो सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर इंदौर से दूर शहर के इंडस्ट्रियल एरिया में होने की वजह से कम ही लोग वहां पहुंच रहे हैं.