
मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित नागदा तहसील में सात दिन पहले हुई युवक की हत्या का शुक्रवार को खुलासा हो गया. युवक की हत्या मृतक की पत्नी के बॉयफ्रेंड ने ही दोस्त के साथ मिलकर की थी. आरोपी को डर था कि कहीं उसका कत्ल न हो जाए. मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन शंका के घेरे में आई महिला से अभी पूछताछ की जा रही है.
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि नागदा स्थित ग्राम भगतपुरी निवासी हुकुम गिरवाल की दो पत्नी हैं. उसकी एक पत्नी आरती की धार स्थित ग्राम रूपाखेड़ा के मनीष पाटीदार से दोस्ती है. मनीष को पता चला हुकुम को आरती और उसके संबंधों के बारे में जानकारी हो गई है. उसको डर था कि कहीं हुकुम उसकी हत्या कर सकता है. इसलिए मनीष ने दोस्त प्रदीप के साथ हुकुम की हत्या करने की योजना बनाई.
दोनों 18 जुलाई की रात मुंह पर कपड़ा बांधकर हुकुम के घर में घुसे और धारदार हथियारों से वारकर उसकी हत्या कर दी थी. मामले में खोजबीन के बाद बिरलाग्राम पुलिस ने शुक्रवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया. मामले में आरती की भूमिका की जांच की जा रही हैं.
काल रिकॉर्ड से मिला सुराग
एसपी शर्मा ने बताया कि हुकुम की हत्या के बाद जांच के दौरान पता चला कि आरोपी मनीष आरती से फोन पर बातचीत करता था. दोनों के बीच घंटों तक बातें होती थीं. इस जानकारी पर मनीष को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. बताया कि उसने खुद की हत्या होने की आशंका होने पर हुकुम की हत्या की है.
घटना की रात क्या हुआ?
पुलिस के अनुसार, मृतक की पत्नी आरती ने बयान में बताया कि वारदात के वक्त वह कमरे में ही थी. दो हमलावर चेहरे पर नकाब पहनकर घुसे और उसके चेहरे को कंबल से ढक पति की हत्या कर भाग गए. पूरे मामले में आरती की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है, लेकिन जांच में उसकी भूमिका सामने आने पर ही आरोपी बनाया जाएगा.
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