Mahadev Book Online Satta App: ग्वालियर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने महादेव ऐप के जरिए सट्टा खिलाने वाले एक संगठित गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. यह गिरोह सरकारी मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग के तीन फ्लैट किराए पर लेकर अवैध गतिविधियां चला रहा था. पुलिस ने छापेमारी कर यहां से 14 लोगों को गिरफ्तार किया और सट्टा गतिविधियों में इस्तेमाल किए जा रहे उपकरण व अन्य सामान जब्त किए.
थाना विश्वविद्यालय क्षेत्र के महलगांव स्थित सरकारी आवास कॉलोनी में यह गिरोह सक्रिय था. पुलिस को सूचना मिली कि महादेव ऐप के जरिए ऑनलाइन सट्टा खिलाया जा रहा है. क्राइम ब्रांच की टीम ने छापेमारी की और मौके से 14 सटोरियों को गिरफ्तार किया. भगदड़ के बावजूद, पुलिस ने पहले से अलर्ट रहकर सभी को काबू में कर लिया.
कहां-कहां से जुड़े हैं आरोपी?
गिरफ्तार किए गए आरोपी विभिन्न शहरों से हैं, जिनमें ग्वालियर, दतिया, झांसी, दिल्ली और बिहार के लोग शामिल हैं.
- मुख्य आरोपी: उदय चतुर्वेदी (दिल्ली)
- अजय परिहार
- विकास दांगी (दतिया)
- प्रशांत रायकवार (झांसी)
- गौरव कुशवाह (झांसी)
- अमन शर्मा (दतिया)
- अन्य आरोपी झांसी, डबरा, और सीवान से हैं.
गिरोह से ये सामान हुए बरामद
गिरोह तकनीक और हथियार का इस्तेमाल करता था. गिरोह के पास से बड़े पैमाने पर तकनीकी और वित्तीय सामग्री बरामद हुई. इनके पास से पुलिस ने 135 डेबिट कार्ड, 45 पासबुक और 22 चेकबुक, 29 मोबाइल फोन (आईफोन सहित) लेनोवो और डेल के लैपटॉप, एक 32 बोर की पिस्टल और एक जिंदा कारतूस के साथ ही नोट गिनने की मशीन और प्रिंटर भी मिले हैं.
महादेव ऐप के जरिए ठगी का जाल
यह गिरोह महादेव ऐप का उपयोग करके ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी का संचालन कर रहा था. गेमिंग के नाम पर लोगों को लालच देकर उनसे धन हड़पा जा रहा था. जांच में सामने आया कि गिरोह रोजाना लाखों रुपये का लेनदेन कर रहा था.
पुलिस रिमांड में अहम खुलासों की उम्मीद
गिरफ्तार सटोरियों से पूछताछ जारी है. पुलिस रिमांड में इनके नेटवर्क के अन्य सदस्यों और लेनदेन की जानकारी जुटाई जा रही है. गिरोह का एक सदस्य कैफे संचालन के जरिए संदिग्ध लेनदेन करता पाया गया है, जिन बैंकों के खातों और चेकबुक का उपयोग हुआ है, उनकी गहन जांच हो रही है.
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अवैध गतिविधियों पर लगाम
इस कार्रवाई ने महादेव ऐप जैसे अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क को उजागर किया है. धारा 4(क) पब्लिक गैंबलिंग एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके वित्तीय लेनदेन के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की जांच में जुटी है. ग्वालियर पुलिस की यह कार्रवाई सट्टेबाजी और ठगी के खिलाफ एक मजबूत संदेश है. ऐसी गतिविधियों में शामिल अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा.
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