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This Article is From Dec 13, 2023

Big News : दुबई में गिरफ्तार हुआ रवि उप्पल, महादेव ऑनलाइन बेटिंग सिंडिकेट का है 'सरगना'

Breaking News : दुबई पुलिस ने कल महादेव ऑनलाइन बेटिंग (Mahadev Online Betting App) सिंडिकेट के 2 प्रमुख आरोपियों में से एक रवि उप्पल को गिरफ्तार किया. उप्पल को जल्द ही भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है. अब तक इस केस में ED ने 6 लोगों की गिरफ्तारी की है. जिसमे दो सगे भाई सुनील दम्मानी, अनिल दम्मानी, छत्तीसगढ़ पुलिस का ASI चंद्रभूषण वर्मा,एक कांस्टेबल और सतीश चंद्राकर शामिल है

Big News : दुबई में गिरफ्तार हुआ रवि उप्पल, महादेव ऑनलाइन बेटिंग सिंडिकेट का है 'सरगना'

Mahadev Betting App Case Big Update : दुबई पुलिस ने कल महादेव ऑनलाइन बेटिंग (Mahadev Online Betting App) सिंडिकेट के 2 प्रमुख आरोपियों में से एक रवि उप्पल (Ravi Uppal) को गिरफ्तार किया. उप्पल को जल्द ही भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है. UAE में बैठकर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल पुलिस, ब्यूरोक्रेट्स और पॉलिटिशियन का एक नेक्सस तैयार कर महादेव बेटिंग एप को हिंदुस्तान में ऑपरेट कर रहा था. महादेव बेटिंग ऐप को दुबई में बैठकर छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ऑपरेट करते थे. ये दोनों महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर भी हैं. मलेशिया, थाईलैंड हिंदुस्तान, UAE में अलग अलग बड़े शहरों में कॉल सेंटर खोले गए थे. इन कॉल सेंटर को बाकायदा एक चेन बनाकर बेहद शातिर तरीके से चलाया जा रहा था. जिनके जरिए अलग अलग सब्सिडरी ऐप बनाकर ऑनलाइन सट्टा खिलाया जाता था. ईडी की जांच के मुताबिक अब तक इस केस में ED ने 6 लोगों की गिरफ्तारी की है. जिसमे दो सगे भाई सुनील दम्मानी, अनिल दम्मानी, छत्तीसगढ़ पुलिस का ASI चंद्रभूषण वर्मा,एक कांस्टेबल और सतीश चंद्राकर शामिल है. ED की जांच में साफ हुआ है कि महादेव बेटिंग ऐप के जरिए हज़ारों करोड़ रुपए का लेनदेन चल रहा है.


कैसे फैला था भारत में इस एप का जाल

दरअसल हिंदुस्तान में छत्तीसगढ़ समेत कई अलग अलग राज्यों के बड़े शहरों में महादेव बुक ऐप के करीब 30 कॉल सेंटर खोले गए थे. सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के दो बेहद करीबी अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी की मदद से हिंदुस्तान में ऑपरेट कर रहा था. सबसे पहले अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी की मदद से KYC के जरिए बड़ी संख्या में बेनामी बैंक एकाउंट खोले गए. मेन प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और पैनल ऑपरेटर (कॉल सेंटर ऑपरेटर) इन सभी की मिली भगत से इस बैटिंग ऐप सिंडिकेट को चलाया जा रहा था.

पुलिस, नेता और ब्यूरोक्रेट्स को भी दी गई हिस्सेदारी

अनिल दम्मानी का रोल इस सिंडिकेट में सिर्फ ऑनलाइन बेटिंग एप को ही चलाना नहीं बल्कि बड़े स्तर पर हवाला के जरिए आने वाले पैसे को बेटिंग एप में इस्तेमाल करने के साथ-साथ पुलिस, पॉलिटिशियन और ब्यूरोक्रेट्स जो इस ऐप से लाभान्वित होते थे उन तक पैसा पहुंचा जाता था ताकि कोई इन पर उंगली ना उठा सके. हवाला के जरिए मोटा कैश UAE में बैठे प्रमोटर छत्तीसगढ़ में अनिल और सुनील दम्मानी को भेजते थे. उसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस के एक ASI चन्द्र भूषण वर्मा तक ये पैसा पहुंचाया जाता था जिसकी जिम्मेदारी थी कि छत्तीसगढ़ पुलिस में तैनात पुलिस अधिकारी ब्यूरोक्रेट्स और राजनीतिक प्रभाव वाले लोगों तक इस पैसे को बतौर रिश्वत पहुंचाना.

रायपुर के एक ज्वेलर के यहां हवाला के जरिए भेजा जाता था पैसा

पूछताछ में अनिल दम्मानी ने बताया पिछले दो-तीन साल में वह अपने भाई सुनील के साथ मिलकर रवि उप्पल के कहने पर 60 से 65 करोड रुपए का ट्रांजैक्शन हवाला के जरिए कर चुका है. जिसमें से उसे 6 लाख रुपए मिले. अनील दम्मानी ने ये भी बताया कि ये दोनों अपनी ज्वेलरी की शॉप के जरिए हवाला का कारोबार भी चलाते है. इनकी CDR से पता चला कि ये दोनों भाई अनिल और सुनील UAE में बैठे रवि उप्पल के लगातार संपर्क में थे.

ASI चन्द्र भूषण वर्मा कोई अच्छा पुलिस अधिकारी नहीं था बल्कि उसके जो संबंध थे वह सीधे मुख्यमंत्री के पॉलीटिकल एडवाइजर विनोद वर्मा से थे, जिसके दम पर वह महादेव ऑनलाइन बेटिंग एप को ऑपरेट करने के लिए तमाम पुलिस अधिकारी ब्यूरोक्रेट और पॉलिटिशियन को मैनेज कर रहा था.

सतीश चंद्राकर जिसे ED ने इस केस में गिरफ्तार किया था वो भी महादेव ऐप के चार कॉल सेंटर चला रहा था. जिसमे उसकी 5 परसेंट की हिस्सेदारी थी. साथ ही सतीश की ज़िम्मेदारी अवैध पैसे के ट्रांजेक्शन की देख रेख करना भी था. जांच में यह भी साफ हुआ है कि सतीश चंद्राकर के संबंध एक नामी गैंगस्टर और ड्रग डॉन तपन सरकार के साथ भी थे जो इस मामले में फरार चल रहा है. छत्तीसगढ़ चुनाव के पहले ईडी ने असीम दास और छत्तीसगढ़ पुलिस के एक कांस्टेबल को गिरफ्तार किया.

इनके पास से बरामद किए गए 5.39 करोड़ रुपए

चुनाव के दौरान ईडी को इस मामले में 5.39 करोड़ बरामद हुए थे. असीम दास ने बताया कि ये पैसा दुबई से महादेव से जुड़े शुभम सोनी ने भेजा है जो भूपेश बघेल के पास जाना था और इसका इस्तेमाल चुनाव में होना था. असीम दास ने ये भी बताया कि महादेव एप से भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए मिले हैं. इसके बाद शुभम सोनी ने दुबई से वीडियो जारी कर इस बात की तस्दीक की और भूपेश बघेल पर कई आरोप लगाए.


बॉलीवुड कनेक्शन

इसी साल फरवरी महीने में दुबई में महादेव ऑनलाइन गेमिंग एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की शादी थी जिसमें चार्टर्ड प्लेन से तकरीबन 17 बॉलीवुड हस्तियों को बुलाया गया था जहां पर उनका स्टेज परफॉर्मेंस भी था आरोप है कि इस परफॉर्मेंस के बदले में तमाम कलाकारों को हवाला के जरिए उन्हें परफॉर्मेंस के बदले करोड़ों रुपए दिया गया. साथ ही रणबीर कपूर पर आरोप है कि उसने महादेव ऑनलाइन बेटिंग एप की एक सपोर्टिंग ऐप को प्रमोट किया था. यही वजह है उन तमाम कलाकारों को जो वहां परफॉर्मेंस में शामिल थे जांच के दायरे में शामिल किया है.

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