Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में आयोजित रामविवाह महोत्सव के दौरान पुलिस आरक्षक और पटवारी के बीच मारपीट का गंभीर मामला सामने आया है. इस घटना ने प्रशासनिक कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ा दी है, क्योंकि जिस कर्मचारी पर हमला हुआ, वह सरकारी ड्यूटी पर तैनात था.
जानकारी के अनुसार, पटवारी जलज मोहन तिवारी को जिला कलेक्टर कार्यालय के आदेश पर 24 नवंबर को भंडारा स्थल के निकास द्वार पर ड्यूटी सौंपी गई थी. इसी दौरान उनकी पत्नी प्रसादी लेकर निकास द्वार पर उनसे मिलने पहुंची थीं. उसी समय आरक्षक अनूप यादव ने मोबाइल निकालकर दोनों का वीडियो बनाना शुरू कर दिया.
बताया जा रहा है कि एंट्री को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ था. जब अन्य लोग अंदर जा रहे थे, तब इसी दौरान प्रवेश को लेकर बहस हुई और वीडियो बनाए जाने पर विवाद बढ़ गया. जब पटवारी ने वीडियो बनाने का विरोध किया, तब आरक्षक अनूप यादव ने न केवल गाली–गलौज की, बल्कि जब पटवारी ने तहसीलदार से बात कराने को कहा तो उसने फोन पर राजस्व अधिकारियों को अपमानजनक भाषा में गालियां देते हुए कॉल काट दिया.
पटवारी संघ ने इस घटना को व्यक्तिगत द्वेष से प्रेरित बताया है और आरोप लगाया है कि जानबूझकर पटवारी संवर्ग को सार्वजनिक रूप से अपमानित करने की कोशिश की गई. संघ ने चेतावनी दी है कि अगर आरोपी आरक्षक पर उचित धाराओं में FIR दर्ज नहीं होती है, तो पूरे जिले के पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे.
यह घटना धार्मिक आयोजन के दौरान, भीड़ के बीच और अधिकारी के ड्यूटी के समय हुई, जिससे कर्मचारियों और संघ में आक्रोश और अधिक बढ़ गया है. जिलाध्यक्ष भगवत सिंह दांगी द्वारा कलेक्टर को भेजे गए पत्र में स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि दो दिनों के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर जिलेभर में कामबंदी लागू की जाएगी.
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